रायपुर। सहायक शिक्षकों की हड़ताल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बेहद गुस्से में दिखे। उन्होंने साफ कहा कि डेढ़ साल तक कोरोना के दौरान स्कूल बंद रहा और अब स्कूल खुला तो सहायक शिक्षक हड़ताल पर चले गए हैं। ये कतई ठीक नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि कई राज्यों ने कोरोना के दौरान स्कूल बंद रहने पर तनख्वाह काट ली गई। जबकि, छत्तीसगढ़ में एक पैसे की कटौती नहीं की गई। उन्हें पूरा भुगतान किया गया। आज बच्चों की जब पढ़ाई शुरू हो रही तो ऐसे समय में हड़ताल कतई उचित नहीं। उन्हें बच्चों का नुकसान नही करना चाहिए।
बालोद दौरे में पत्रकारों के सवाल के जवाब में मुख्यमत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों का लगातार नियमितिकरण भी जारी है। उसके बाद भी हड़ताल….। मुख्यमंत्री के तेवर को देखते ही सहायक शिक्षक फेडरेशन ने यकबयक हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया।
इससे पहले प्रमुख सचिव और बाद में स्कूल शिक्षा मंत्री से बातचीत के बाद फेडरेशन के नेताओं ने हड़ताल समाप्त करने के संकेत दिए थे। मगर धरनास्थल पर जाकर यूटर्न ले लिए। फेडरेशन के नेता मनीष मिश्रा ने ऐलान किया कि आश्वासनों पर हड़ताल समाप्त नहीं किया जाएगा। मगर आधा घंटा बाद प्रतिनिधिमंडल अचानक सीएम हाउस पहुंच गया। और फिर वहां से निकलकर हड़ताल खतम करने की घोषणा कर दी।
उधर, लखनउ रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में बताया कि शिक्षकों ने हड़ताल वापिस ले लिया है। फेडरेशन के प्रमुख मनीष मिश्रा ने भी हडताल समाप्त करने की घोषणा कर दी। मनीष मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जल्दी ही आपकी मांगों के संबंध में घोषणा कर दी जाएगी।