भोरमदेव शिव मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सहस्त्र धाराओं से हुआ महाजलाभिषेक

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कवर्धा. सावन का आज आखिरी सोमवार है. सावन के आखिरी सोमवार को आज प्रदेश के प्रसिद्ध भोरमदेव शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सहस्त्र धाराओं से आज शिव जी का महा जलाभिषेक किया गया. श्रद्धालुओं ने अच्छी बारिश की कामना की.

बता दें कि भोरमदेव मंदिर ‘छत्तीसगढ़ का खजुराहो’ कहलाता है. यह प्राचीन पूजा स्थल भगवान शिव को समर्पित है. यह मंदिर चट्टानों को काटकर नागर शैली में बनाया गया है जो मैकल पर्वत समूह के बीच में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण नाग राजवंश के राजा रामचंद्र ने सातवीं व 11वीं सदी के मध्य कराया था. इसकी बनावट ओडिशा के कोणार्क स्थित सूर्य मंदिर तथा मध्य प्रदेश के खजुराहो मंदिर की भांति है.

इस मंदिर का शिखर देखने में खिले हुए कमल की तरह दिखता है. इसका मंडप 16 स्तंभों पर टिका हुआ है और हर एक स्तंभ पर अद्भुत नक्काशी की गई है. उमा-महेश्वर की प्रतिमा के अतिरिक्त मंदिर की विशेषता इसके भीतर स्थित शिवलिंग भी हैं जिन पर बहुत सुंदर नक्काशी हुई है.

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