सायबर 2020 मिशन जारी, झारखण्ड से फिर पकड़े गए टेली फ्रॉड करने वाले 3 आरोपी

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस का सायबर 2020 मिशन टेली फ्रॉड करने वाले आरोपियों के लिए काल साबित हो रहा है शहर के विभिन्न थानों में टेली फ्रॉड के मामले को सुलझाने में जुटी आपरेशन टीम सायबर 2020 गूगल में कस्टमर केयर बनकर ठगी करने वाले आरोपियों को झारखण्ड के देवधर, जामताड़ा से दबोचने में सफल हुई है। झारखण्ड में 72 घण्टे की जद्दोजहद के बाद सायबर फ्राड के 3 आरोपी सहित एक अपचारी बालक को गिरफ्तार किया गया है।

आरोपी क्वीक सपोट टीम विवर एनीडिस्क एस.एम.एस फिलटर एप डाउनलोड करा कर एस.एम.एस एवं ओ.टी.पी. की जानकारी लेकर प्रार्थी के अकाउंट से आनलाइन रकम उड़ा देते थे। झारखंड के देवधर एवं जामताडा में जारी बिलासपुर पुलिस के आपरेशन में आरोपियों से ए.टी.एम. बैंक खाते, रकम एवं मोबाईल बरामद हुआ है सायबर फ्रॉड के तहत चुन्नीलाल पंडित पिता पंचानंन उम्र 35 वर्ष साकिन ग्राम कुरवा पो. करमाटांड थाना करमाटांड जिला जामताडा (झारखंड), जफिर अंसारी पिता अब्दुल सकुर अंसारी उम्र 34 वर्ष निवासी बिराजपुर थाना कारमांटांड़ जिला जामताड़ा ,अब्दुल खालिक उर्फ बच्चू पिता अब्दुल सकुर अंसारी उम्र 26 वर्ष निवासी बिराजपुर थाना कारमांटांड़ जिला जामताड़ा पुलिस के हत्थे चढ़े है ।

बिलासा गुड़ी में आयोजित प्रेसवार्ता में सीएसपी सिविल लाइन आर एन यादव ने बताया कि थाना तारबाहर में प्रार्थिया प्रियंका देवांगन द्वारा ब्लूडार्ट कोरियर सेवा के कस्टमर केयर नंबर गूगल से सर्च कर फोन नंबर 07684976568 पर कॉल कर के अज्ञात आरोपी द्वारा एनी डेस्क एप डाउनलोड करा कर फोन पे के माध्यम से रकम वापस दिलाने का झांसा देकर 9904 रुपया की राशि आहरित कर ली थी जिस पर से धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध किया गया है। थाना तारबाहर प्रार्थिया गरिमा द्वारा आपराध दर्ज कराया गया कि साइन मोबाइल एप के माध्यम से सामान आर्डर किया था डिलीवरी नही होने से गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकाल कर उनके बताए अनुसार रकम रिफंड करने हेतु फोन पे के माध्यम से क्यूआर कोड स्केन कर रकम 31000 रुपय की धोखाधड़ी की शिकार होने पर जिस पर थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया। थाना सरकंडा के मामले में प्रार्थी रामचंद्र सवाई बैंक खाते का स्टेटमेंट जानने हेतु गूगल से एसबीआई हेल्पलाइन नंबर निकाल कर 9382090518 मे कॉल किया अज्ञात आरोपियों द्वारा तीन आप्शन बोलकर क्विक सपोर्ट, एनी डिस्क, एसएमएस फिल्टर को डाउनलोड कर प्रार्थी के खाते से कुल 116000 ट्रांसफर कर लिए तब प्रार्थी एसबीआई बैंक जाकर जानकारी ली तो धोखाधड़ी का पता चला तदोपरांत थाना सरकंडा मे अपराध पंजीबद्ध किया गया था।

तत्पश्चात सायबर एक्सपर्ट टी आई कलीम खान तारबाहर थाना टीआई प्रदीप आर्य व सरकण्डा थाना टीआई जे पी गुप्ता के निर्देशन में की गई प्रारम्भिक जांच पड़ताल में आरोपियों का लोकेशन झारखण्ड में मिला साईबर सेल के उप निरीक्षक मनोज नायक के नेतृत्व में उप निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उप निरीक्षक धर्मेंद्र वैष्णव को अन्य स्टाफ के साथ झारखण्ड रवाना किया गया। संयुक्त टीम ने लगातार 72 घंटे रेकी करने के बाद करमाटांड (जामताड़ा) में आरोपी को झारखंड पुलिस के साथ संयुक्त रूप से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। मामले के आरोपी जिला जामताडा (झारखंड) को पकडकर गवाहो के समक्ष कडाई से पूछताछ कर मेमोरण्डम कथन लिया गया। आरोपियों द्वारा उक्त अपराध घटित करना स्वीकार किया गया है। आरोपी द्वारा विभिन्न सिम नंबर पर खुद को गूगल मे बड़ी कंपनियो का कस्टमर केयर बन केयर लोगो को झांसा देकर उनके फोन पे से क्विक सपोर्ट, एनी डिस्क, एसएमएस फिल्टर डाउनलोड करा कर ओ.टी.पी. व अन्य गोपनीय जानकारी प्राप्त कर उसके पैसा आहरित कर लेता था। आरोपी के द्वारा ठगी के करने में प्रयुक्त मोबाईल कीपैड एण्ड्रायड मोबाईल एवं रकम को जप्त किया गया है। ठगी की रकम को आरोपी द्वारा शराब खोरी, घुमने फिरने एवं अन्य फिजुल खर्ची में खर्च करना बताया।