डेयरी संचालक राकेश यादव की हत्या का खुलासा; शराब के नशे में चाकू से किया हमला, तो पिता-पुत्रों ने छीनकर उसे ही मार दिया; 5 गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

भिलाई। दुर्ग में हुई डेयरी संचालक राकेश यादव की हत्या में नया मोड़ सामने आया है। मामले का खुलासा करते हुए दुर्ग पुलिस ने बताया कि राकेश यादव चाकू लेकर शराब के नशे में पहुंचा था। इसी दौरान उसका आरोपियों से झगड़ा हो गया। राकेश ने अपने पास रखे चाकू से जितेंद्र साहू के ऊपर हमला किया। चाकू उसके पैर में लगा तो वह घायल हो गया। इसके बाद जितेंद्र व पांच अन्य ने राकेश के ऊपर हमला कर दिया। जागेश्वर और जितेंद्र ने आत्मरक्षा करते हुए राकेश से चाकू छीन लिया और उसके ऊपर कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई।

एएसपी सिटी संजय ध्रुव ने गुरुवार शाम छावनी थाना अंतर्गत श्याम नगर कैंप 2 में हुई डेयरी संचालक राकेश यादव की हत्या के मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि राकेश यादव यादव की हत्या खुद उसी के चाकू से हुई है। वह गत 1 फरवरी को नंदनी शराब भट्ठी से शराब पीकर नशे की हालत में बाइक से अपने घर पहुंचा था। पड़ोस में रहने वाले बेनू साहू से उसका पुराना झगड़ा होने के चलते वह उसके घर के सामने खड़े होकर बाइक से बार-बार रेस करके उसे चिढ़ा रहा था।

यह देख बेन कुमार साहू उर्फ बेनू और उसका बेटा जागेश्वर साहू उर्फ जागो, उसका भाई जितेंद्र साहू उर्फ बिट्टू, विकेश कुमार साहू और साथी पी. कुणाल उसे मना करने पहुंचे। इस पर राकेश ने चाकू निकालकर उनके ऊपर हमला कर दिया। चाकू जितेंद्र के पैर मे जा घुसा। यह देख बाकी साथियों ने राकेश के ऊपर डंडा और बेसबॉल स्टिक से हमला कर दिया। राकेश चाकू से हमला कर रहा यह देख जितेंद्र और जागेश्वर ने उसका चाकू छीन लिया और उसी से लगभग 10-15 बार वार किया, जिससे राकेश की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद सभी आरोपी इधर उधर भाग गए।

दो आरोपियों को नक्सली क्षेत्र से किया गिरफ्तार

हत्या की वारदात के बाद मामले के मुख्य आरोपी जागेश्वर और जितेंद्र अपने साथी राजेश साहू के साथ अंबागढ़ चौकी भाग गए थे। पुलिस की टीम वहां पहुंची और घेराबंदी कर उन्हें वहां से और बाकी 4 आरोपियों को छावनी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।

चार साल पहले बेनू पर किया था चाकू से हमला

एएसपी सिटी के मुताबिक चार साल पहले राकेश यादव और बेनू साहू का झगड़ा हुआ था। झगड़ा इतना बढ़ गया था कि राकेश ने बेनू पर चाकू से हमला किया था। गंभीर चोट आने पर पुलिस ने राकेश को धारा 307 का आरोपी बनाकर जेल भेजा था। 4 महीने पहले ही राकेश जेल से छूटकर वापस आया था।