बागबाहरा। विकासखण्ड का एक सरकारी स्कूल अपने नवाचार के लिए सुर्खियां बटोर रहा है। इस स्कूल में पदस्थ शिक्षको व प्रबंधन की मेहनत से किसी निजी स्कूल से कमतर नही है। इस गाँव का हर पालक चाहता है कि उनका बच्चा प्राइवेट स्कूल में नहीं बल्कि इस सरकारी स्कूल में पढें। जबकि महज कुछ ही दूरी में निजी स्कूल संचालित हैं।
बच्चों में शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए शिक्षा के साथ ही बागवानी और अन्य शिक्षाप्रद कार्य कराते है। स्कूल में बचत बैंक, बच्चों की अपनी दुकान, किचन गार्डन, खेल, क्राफ्ट पेपर से फूल बनाना, कबाड़ से जुगाड़ जैसी विभिन्न गतिविधियों का संचालन हो रहा है। इस विद्यालय को स्मार्ट क्लास और बस्ता मुक्त विद्यालय बनाने की कोशिश में लगे है। बागबाहरा विकासखण्ड के तेंदुकोना संकुल अंतर्गत ग्राम सम्हर का शासकीय प्राथमिक शाला धरमपुर में नवाचार के चलते बच्चे ही नहीं दीवारें भी बोलती है। इस गांव में लगभग 500 लोग निवासरत है, शिक्षा सत्र 2010 में यह स्कूल अस्तित्व में आया उस समय इस स्कूल की दर्ज संख्या महज 12 थी, वर्तमान स्थिति में 2020- 21 की दर्ज संख्या 52 है।
स्वच्छ विद्यालय का मिला पुरस्कार
शाला को एमएचआरडी द्वारा स्वच्छ भारत विद्यालय पुरुस्कार प्राप्त है। शाला को स्वच्छ विद्यालय के उप वर्ग आपरेशन एंड मेंटेनेंस में 100 प्रतिशत के साथ औसत 81प्रतिशत अंक मिला है। साथ ही इस स्कूल में बाल कैबिनेट के गठन हुआ है। जिसमे विभाग अनुसार कार्य किया जाता है, जैसे कि पर्यावरण मंत्री और कृषि मंत्री पौधों की रक्षा और पानी डालने का काम देखते है। बाल संसद का भी पूरा सहयोग मिलता है।
नवाचार के लिए चर्चा पत्र में शामिल
छ ग राज्य के राज्य शैक्षिक अनुसंधान केंद्र रायपुर के द्वारा शासकीय स्कूलों मे शिक्षा को बेहतर बनाने, नवाचार कर प्रचार- प्रसार के लिए मासिक चर्चा पत्र में मार्च 2019 में धरमपुर स्कूल को चर्चा पत्र में शामिल किया गया। शिक्षक रिंकल बग्गा द्वारा दान महोत्सव के माध्यम से आवश्यक संसाधन जुटाने, व साथी शिक्षक जनक राम ध्रुव को गेड़ी महोत्सव के माध्यम से छ: ग के संस्कृति को शिक्षा से जोड़ने के लिए चर्चा पत्र में शामिल किया गया।
खेलगढ़िया से खेल प्रतिभा में आई निखार
शासन द्वारा दी जाने वाली खेलगढ़िया अनुदान राशि से तीरंदाजी कीट खरीदी। और शुरूआती मौके में ही इस स्कुल ने राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में अपना प्रदर्शन किया। वर्तमान में शा प्रा शाला धरमपुर(स) के चार बच्चे बिहाझर आश्रम की निगरानी में तीरंदाजी की बारीकियाँ सीख रहे है।
शाला और बच्चों की उपलब्धि की एक झलक
- 2018 में शाला को समुदाय की तरफ से माइक सिस्टम मिला।
- 2019 में दान महोत्सव द्वारा शाला ने कंप्यूटर लिया।
- 2019 में शाला को नवोदय परिवार भारत द्वारा स्मार्ट शाला का प्रमाण पत्र मिला।
- 2019 में शाला को रिड इंडिया द्वारा मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्राप्त हुआ।
- 2019 में छात्र वरुण पटेल ने राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में प्रदर्शन किया। जिसमें वरुण को उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
- 2019 में राज्य उत्सव में हमारे स्कूल की गतिविधियों को वीडियो के माध्यम से दिखाया गया।
- शाला की गतिविधियों को राज्य स्तरीय चर्चा पत्र, किलोल पत्रिका, CHALKLIT में स्थान मिला।