बिलासपुर। दो दिन पहले सरकंडा क्षेत्र से गायब परसाही के पूर्व पंच का कोरबा जिले में जला हुआ शव मिला। अवैध संबंधों के संदेह के चलते पड़ोसी ने अपने साले व उसके रिश्तेदार के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। शव को शहर से कार में ले गए और करीब 50 किलोमीटर दूर जंगल में जलाकर ठिकाने लगा आए। युवक के मोबाइल पर मुख्य आरोपी का अंतिम बार कॉल आया था। पुलिस ने सीडीआर से डिटेल निकालकर पूछताछ की और हत्याकांड का खुलासा हुआ।
तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ग्राम परसाही निवासी मलेंद्र पटेल पिता पिलाऊ राम (36) मंगलवार 22 मार्च को अपने घर से लगरा जाने के लिए निकला था। इसके बाद लौटकर नहीं आया। परिजनों ने खोजबीन की पर सुराग नहीं मिला तो दूसरे दिन सुबह सरकंडा थाने आकर गुम इनसान दर्ज कराया। इसी दौरान लगरा के पास नदी किनारे उसकी बाइक पड़ी मिली। एसडीआरएफ के गोताखारों ने पानी में मलेंद्र की तलाश कराई पर पता नहीं चला।
रविवार की रात करीब 8 बजे मलेंद्र की अपने पड़ोसी राजकुमार पटेल से अंतिम बार बातचीत हुई थी। राजकुमार ने ही उसे फोन किया था। पुलिस राजकुमार की तलाश की तो वह घर पर ही मिल गया। पुलिस ने उसका भी कॉल डिटेल निकाला था। राजकुमार की बातचीत मलेंद्र के पहले अपने साले चंद्रकुमार पटेल उर्फ चंदू पटेल (32) कर्रा मस्तूरी व चंदू के साले राहुल पटेल (21) डरभाता सीपत से हुई थी।
पुलिस ने दोनों का भी लोकेशन देखा। पुलिस ने पहले राजकुमार को उसके घर से उठाया और थाना लेकर आई। उससे घटना की रात का लोकेशन पूछा तो उसने गलत बताया। पुलिस के पास सीडीआर में पहले से उसका लोकेशन था। इसलिए शक गहराया। पुलिस ने फिर चंदू व उसके साले को पकड़ा। उनका भी कॉल डिटेल चेक किया गया। दोनों ने भी पुलिस से अपना लोकेशन छिपाया और फिर कड़ाई बरती गई। तीनों टूट गए और मलेंद्र की हत्या करने की जानकारी दी।
मुख्य आरोपी रामकुमार के रिश्तेदार का मलेंद्र के साथ अवैध संबंध था। इसके चलते उसने साला चंदू पटेल के साथ मिलकर मलेंद्र की हत्या की योजना बनाई। उसने इसमें अपने साले राहुल पटेल को शामिल किया। योजना 15 दिन पहले बन चुकी थी। 22 मार्च को तीनों योजना के तहत आरटीओ ऑफिस के पास पहुंचे और यहां से रामकुमार ने मलेंद्र को फोन किया।
पुलिस ने मौके से कपड़े, प्लास्टिक की बोतल बरामद किया। घटना में प्रयुक्त रॉड, कार व पूर्व पंच के कपड़े जब्त किए गए। कार रामकुमार के घर पर मिली। इसमें खून के दाग थे।