नरेंद्र ध्रुव/ छत्तीसगढ़ क्राइम्स
गरियाबंद । शासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्माण व विकास कार्य के लिए दिए जा रहे राशि में विभाग के अधिकारी व ठेकेदार किस तरह से सेंधमारी कर रहे है। ये जलसंसाधन उपसंभाग के सरगी नदी में बन रहे एनीकेट को जाकर देखने से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों रुपए की लागत से बने एनीकेट के गुणवत्ता पर जिम्मेदारों ने कितने गंभीरता दिखाई है।
आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि निर्माण के दो माह भी नहीं हुआ और जगह जगह दरारें पड़ना शुरू हो गया है।घटिया सामग्री से निर्मित एनीकेट में भ्रष्टाचार की दरार साफ तौर पर दिखाई दे रहा है , बता दें कि जिस उद्देश्य से एनीकेट का निर्माण किया जा रहा है। उस उद्देश्य की पूर्ति यहां नहीं दिख रहा है ठेकेदार और विभाग के अधिकारी ,कर्मचारी, इंजीनियर एसडीओ की मदद से किस तरह,इस महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाया जा रहा है इसके बाद भी गुणवत्ता में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। ऐसे कार्यों की वजह से बीते दिनों गरियाबंद जल संसाधन विभाग के कार्नयपालन अभियंता का तबादला रायपुर कर दिया था।
बावजूद इसके इंजीनियर एसडीओ को शायद इस बात से सबक नहीं मिली है तभी तो कार्य मे लगातार अनियमितता दिखाई दे रहा है ,एवं ऐसे कार्यों की वजह से हमेशा जल संसाधन विभाग सुर्खियों में बना रहता है। इस बारे में जब प्रभारी एसडीओ फिंगेश्वर हरीश नायक से पूछे जाने पर बताया कि संबंधित एनीकट की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है संभवतः एक-दो दिन में एनीकेट की जांच की जाएगी ।