डॉक्टर ने पत्नी को और डॉक्टर को ड्राइवर ने मार-डाला

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में डॉक्टर ने अपनी पत्नी को मार डाला, जिसे डॉक्टर के ड्राइवर ने देख लिया। मर्डर के वक्त ड्राइवर डर गया। उसे लगा कहीं डॉक्टर उसे भी न मार डाले। ड्राइवर ने घबराकर डॉक्टर की हत्या कर दी। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के रामनगर इलाका का है।

जानकारी के मुताबिक मरने वालों का नाम डॉक्टर गणेश सूर्यवंशी (54) अपनी पत्नी डॉ. उषा (52) है। वहीं डॉक्टर की हत्या करने वाले ड्राइवर का नाम सत्यप्रकाश साहू (35) है। कवर्धा पुलिस ने 8 साल बाद डबल मर्डर केस में आरोपी ड्राइवर पकड़ा गया।

अप्रैल 2017 में वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने सबूत मिटाने की कोशिश की। खून के धब्बे साफ किए, फिर शवों को आंगन में घसीटकर रखा। पूरी रात लाशों के पास बैठा रहा। अगली सुबह करीब 5 बजे बस से दुर्ग भाग गया था।

जानिए क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, कवर्धा जिले के रामनगर इलाके में 6 अप्रैल को सिटी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि डॉक्टर गणेश सूर्यवंशी और उनकी पत्नी डॉ. उषा अपने ही घर में मृत मिले हैं। पुलिस मौके पर पहुंची, तो दोनों की लाशें आंगन में खून से सनी पड़ी थी।

पहले तो मामला डकैती या बाहरी हमले जैसा लगा, लेकिन घर में ताले टूटे नहीं थे। कीमती सामान भी गायब नहीं थे। लिहाजा जांच मर्डर केस दर्ज शुरू हुई, लेकिन कुछ खास सुराग हाथ नहीं लगा। केस धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में चला गया।

अब जानिए 8 साल बाद 2025 में कैसे फंसा डबल मर्डर केस का आरोपी ?

2025 की शुरुआत में जब कवर्धा के पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) ने डॉ. दंपती मर्डर केस को दोबारा खोलने के निर्देश दिए, तो जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल के नेतृत्व में बनी विशेष टीम को सौंपी गई। पुरानी फाइलें खंगाली गईं और पुराने संदिग्धों पर दोबारा नजर डाली गई।

ASP की टीम ने 2017 में शक के आधार पर पूछताछ किए गए संदिग्धों और परिजनों के बयान को दोबारा क्रॉस चेक किया। इसके बाद डॉक्टर दंपती के परिजनों और पड़ोसियों से बातचीत की। इस दौरान पता चला कि डॉक्टर दंपती के घर में पुराने ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू का आना जाना था। कई बार उसे देखा गया था।

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