पुणे। कोरोना संक्रमण का कहर लगातार जारी है। इस बीच पुणे से एक चौंकाने वाला केस सामने आया हैं, जहां 10 साल के बच्चे ओम घुले की छोटी आंत पूरी तरह से डैमेज हो चुकी थी। जिसके बाद डॉक्टर ने उसके पिता की आंत ट्रांसप्लांट किया। आंत का 200 सेमी हिस्सा ओम में ट्रांसप्लांट किया गया।
यह दुनिया का पहला मामला है। जहां किसी बच्चे में जीवित इंसान का आंत ट्रांसप्लांट किया गया है। बच्चे को पूरी तरह से स्वस्थ करने के लिए 4 महीने ने अब तक चार बार सर्जरी की जा चुकी हैं। फिलहाल बच्चा अब स्वस्थ हैं।
कोरोना की वजह से हुई ब्लड क्लॉटिंग
अगस्त की शुरूआत में ओम को पेट का दर्द उठा। उस समय यह किसी को नहीं मालूम था कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद ब्लड क्लॉटिंग) के कारण दर्द हो रहा है। बच्चे की आंत में गैंगरीन भी हो चुका था। खून के थक्के जमने के कारण शरीर में कई अंगों तक ब्लड नहीं पहुंच पा रहा था और आंतें डैमेज हो चुकी थीं।
सर्जरी करके आंत को निकाला गया
8 अगस्त को उसे पनवेल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान पता चला कि बच्चे की छोटी आंत डैमेज हो चुकी है और वो कोरोना संक्रमित भी है। सर्जरी करके आंतों को निकाला गया। आपरेशन के बाद उसे 28 अगस्त को पुणे के जुपिटर हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। जहां उसकी दो और सर्जरी हुईं।
गले में पोर्ट लगाकर दिया गया खाना
जुपिटर हॉस्पिटल के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव सोमन के अनुसार, बच्चा कोविड की गंभीर स्थिति से जूझ रहा था। ऐसा एक मामला इटली से भी सामने आया था, जिसमें मरीज की हालत बेहद नाजुक हो गई थी। सर्जरी करने वाले डॉ. गौरव चौबल ने बताया कि, आंत में संक्रमण रोकने के लिए सर्जरी करनी पड़ी। गले में पोर्ट लगाकर बच्चे को खाना दिया गया। तीन महीने तक डोनर न मिलने के कारण दिक्कत बढ़ रही थी। जिसके बाद अब लिवर तक इसका असर होने लगा था।
10 घंटे तक चला आंत का ट्रांसप्लांट
4 नवम्बर को जुपिटर हॉस्पिटल में ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया शुरू हुई। 5 नवम्बर को बच्चे में आंत ट्रांसप्लांट की गईं। 10 घंटे चली सर्जरी में पिता की आंत के एक हिस्से को बच्चे में ट्रांसप्लांट किया गया। बच्चे की हालत अब स्थिर है और 3 महीने में पहली बार उसने दाल-चावल खाया है।
40% आंत डोनेट कर सकता है जीवित इंसान
एक्सपर्ट की माले तो, कोई भी जीवित स्वस्थ इंसान अपनी आंत का 40 फीसदी हिस्सा डोनेट कर सकता है। बच्चे को आंत का एक हिस्सा डोनेट करने के बाद पिता पूरी तरह से रिकवर हो चुके हैं। सर्जरी के 8वें दिन से बच्चा सामान्य तरीके से खाना ले रहा है।