
रायपुर। ED ने शुक्रवार को रायपुर की अदालत में 8 हजार पेज की चार्जशीट पेश कर दी गई। ये चालान IAS समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी,लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल से जुड़ा है।
प्रवर्तन निदेशालय के अफसर गाड़ियों में चार्जशीट लेकर चुपचाप रायपुर की अदालत पहुंचे। जज अजय सिंह की कोर्ट में अफसर पहुुंच गए और जानकारी दी। हालांकि चर्चा शनिवार को चार्जशीट पेश करने की थी, मगर एक दिन पहले ही इसे पेश किया गया।
अदालत में एक आवेदन की चर्चा है। शुक्रवार को ED के अफसरों के खिलाफ एक कारोबारी ने ये शिकायत का आवेदन दिया है। चर्चा है कि ED जांच में फंसे आरोपियों से इस आवेदक का संबंध रहा है। आवेदक ने कोर्ट में दिए आवेदन में कहा है कि बेवजह मुझे ED के अफसर परेशान कर रहे हैं, पूछताछ के नाम पर मुझे मुर्गा बनाया जाता है, धमकाया जाता है। इससे पहले इस तरह के तथ्य उजागर हो चुके हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ED ने अपनी चार्जशीट में चारों आरोपियों IAS समीर, कारोबारी लक्ष्मीकांत, सुनील अग्रवाल और सूर्यकांत द्वारा की गई आर्थिक गड़बड़ियों का जिक्र किया है। पहले भी ED ने न्यायालय को बताया है, कि जिन दस्तावेजों को आयकर विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय से साझा किया है उसमें अवैध उगाही के तथ्य हैं। उनमें कहा गया है कि 16 महीनों में ही कोयला परिवहन से 500 करोड़ रुपए की वसूली हुई। यह रकम बांटी गई।