फर्जी केस में फंसाने और एनजीओ का झांसा देकर बनाया ठगी का शिकार

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। प्रदेश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। शातिर ठगों और जालसाजों ने भी अब पैटर्न बदलकर लोगों को अपने चंगुल में फंसाना शुरू कर दिया है। डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और बैंक डिटेल पूछकर ठगी करने वाले जालसाज अब फर्जी केस में फंसाने और एनओसी देने का झांसा देकर पब्लिक को लूट रहे हैं।
ऐसा ही एक ताजा मामला तेलीबांधा इलाके में अकाउंटेट से ठगी का सामने आया है। अकाउंटेंट से जालसाजों ने पहले केस खत्म करने और फिर एनओसी देने व उसके कागजात घर तक पहुंचाने का हवाला देकर एक लाख 35 हजार 200 रुपए ठग लिए। इसके बाद भी और पैसे की डिमांड कर रहे थे। इस पर अकाउंटेंट ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया।

प्राइवेट आफिस में है असिस्टेंट अकाउंटेंट

पुलिस के मुताबिक राजेश साहू निवासी मौलीमाता मंदिर पानी टंकी के पीछे तेलीबांधा प्राइवेट आफिस में असिस्टेंट अकाउंटेंट है। वह बीते जून में आनलाइन माध्यम से नौकरी की तलाश कर रहा था। इस दौरान ई-मेल के माध्यम से उसकी बात हुई। थोड़े दिन बाद उसे एक ई-मेल मिला, जिसमें लिखा था, मैं कंपनी के साथ जुड़कर काम करूंगा, लेकिन उसने मेल पर अपनी जानकारी नहीं भेजी। अगस्त में उसके मोबाइल पर संजना सोनी नाम से कॉल आया और उसने सोविया सेक्योरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद गुजरात कोर्ट में केस करने की जानकारी दी।
इसके बाद केस खत्म करने 10 हजार 500 रुपए मांगा। इसके बाद प्रियंका शर्मा ने कॉल कर एनओसी के एवज में 15 हजार 500 रुपए मांगा। ऐसे करीब एक लाख 35 हजार 200 रुपए पांच जालसाजों ने ले लिया। अब और पैसे की डिमांड की जा रही थी। इससे परेशान होकर उसने पुलिस को सूचना दी।

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