ट्रैक्टर की किश्त नहीं पटा पा रहे किसान ने पी ली कीटनाशक, ईलाज के दौरान मौत

Chhattisgarh Crimes

सरगुजा। प्रदेश सरकार के 2 साल पूरे होने में 2 दिन शेष हैं और भले ही सरकार अपनी ‘किसान नीति’ को लेकर तमाम दावे कर रही हो, लेकिन किसानों की आत्महत्या के मामले आज भी थमने का नाम नहीं ले रहे। एक तरफ सीएम भूपेश बघेल समेत आधा दर्जन मंत्री सरगुजा संभाग के दौरे पर हैं और दूसरी तरफ सरगुजा में ही फिर एक किसान ने अपने ही हाथों जिंदगी त्याग दी है। इस किसान के आत्महत्या की वजह जो सामने आई है, वह ‘कर्ज’ ही है। किसान ने ट्रैक्टर की किश्त नहीं पटा पाने की वजह से दुखी था और आखिरकार उसने वह कदम उठाया जो कभी उसके परिवार वालों ने सोचा भी नहीं था।

सरगुजा जिले के धौरपुर थाना क्षेत्र में बबोली गांव में 45 वर्षीय किसान दशन अपने परिवार के साथ बैठकर खाना खाया, इसके बाद उसके परिवार के सदस्य सोने चले गए, लेकिन परेशान दशन को कुछ देर बाद घर के सदस्य उसे उलटी करते हुए सुनते है, परिवार के सदस्य उसके पास जाकर पूछते है, तब दशन कीटनाशक पीने की जानकारी घर वालों को देता है। परिवार वाले तत्काल निजी वाहन से उसे उसे धौरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचते है, जहां से उसे जिला अस्पताल रिफर कर दिया जाता है, यहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो जाती है।

मृतक किसान के बेटे रामजनम ने बताया कि मेरे पिता दशन (45) ने 2 वर्ष पूर्व किश्त में ट्रैक्टर फायनेंस कराया था, जिसका मासिक क़िस्त चुकाते थे। कुछ समय बाद क़िस्त भुगतान करने में विलंब हो गया। भुगतान नहीं करने से कर्ज की राशि बढ़ गई थी, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। इस परेशानी में उन्होंने रोज शराब पीना शुरू कर दिया। और धीरे-धीरे शराब का आदि हो गया।

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