जानकारी के अनुसार डोंगरगढ़ स्थित 40वीं वाहिनी आईटीबीपी के कमांडेंट डाक्टर ए. बलराज से 1 जून को डाक्टर आरएस प्रवीण कुमार (आईपीएस) नाम के एक फेसबुक मित्र ने संदेश भेजा कि सीआरपीएफ अधिकारी संतोष की मदद करे। उन्होंने नम्बर मांगा। तब कमांडेंट द्वारा अपना मोबाइल नम्बर भेजा गया। इस दौरान अनजान मोबाइल धारक ने सीआरपीएफ अधिकारी संतोष के नाम से फर्जी आईडी बना कर ए बलराज से फोन कर 90 हजार फिर 75 हजार रुपए की मांग की।
इस दौरान आरोपी के बताए गए आईएफसी कोड पता गदरवारा ब्रांच जिला नरसिंहपुर मध्यप्रदेश में फोन पे के माध्यम से कमांडेट ने स्वंय व अपने दो दोस्तों के खाते से बारी-बारी से आरोपी के एकाउंट में 1 लाख 65 हजार रुपए जमा कर दिए।
आईडी डिलीट होने पर ठगी का एहसास
इसके बाद आरोपी द्वारा डाक्टर आरएस प्रवीण कुमार के नाम से बनाए गए फर्जी आईडी को डिलीट कर दिया गया। आईडी डिलीट होने पर ए बलराज को ऑनलाइन धोखाधड़ी का एहसास हुआ। उसने मामले की शिकायत डोंगरगढ़ थाना में की गई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। मामले की विवेचना की जा रही है।