मोहम्मद अकबर बोले- आरोप गलत:बालोद में हेडमास्टर ने लगाई थी फांसी; सुसाइड नोट में नौकरी के नाम पर ठगी की बात
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद में पूर्व वन मंत्री मोहम्मद अकबर पर FIR दर्ज हुई है। 5 सितंबर शिक्षक दिवस के दिन हेडमास्टर ने फांसी लगा ली थी। सुसाइड नोट में मोहम्मद अकबर समेत हरेंद्र नेताम, प्रदीप ठाकुर, मदार खान को जिम्मेदार ठहराया गया है।
वहीं मोहम्मद अकबर ने आरोप को गलत बताया है। उनके मुताबिक वे इन तीनों को नहीं जानते। सुसाइड नोट में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ठगी करने की बात लिखी हुई है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
देवेंद्र कुमार ठाकुर (57) डौंडी ब्लॉक के ग्राम ओड़गांव के प्राथमिक शाला में पदस्थ थे। घटना के वक्त घर पर कोई मौजूद नहीं था। देवेंद्र ठाकुर की पत्नी भी शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं और घटना के समय वे भी स्कूल में थीं।
सुसाइड नोट के आधार पर FIR
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक जोशी के मुताबिक सुसाइड नोट के आधार पर डौंडी थाने में बीएनएस की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं इसी मामले में अन्य 3 लोगों के खिलाफ नौकरी के नाम पर ठगी का मामला दर्ज किया गया है।
मामले में 40 से ज्यादा लोगों से 3 करोड़ 70 लाख से ज्यादा का ठगी करने की बात सामने आ रही है। मामले की जांच में बालोद पुलिस जुटी हुई है। आगे और भी कई खुलासे हो सकते हैं।
सुसाइड नोट में कही न्याय दिलाने की बात
हेडमास्टर ने अलग-अलग विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर रिश्तेदारों के साथ कई लोगों से लाखों रुपए लेकर मोहम्मद अकबर सहित चारों को लोगों किया था। लेकिन नौकरी नहीं लगी और पैसे भी वापस नहीं किए गए। हेड मास्टर से लोग पैसे वापस दिलाने की मांग करने लगे। तंग आकर प्रधान पाठक ने फांसी लगा ली थी।
सुसाइड नोट में लिखा है कि नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए और काम नहीं होने पर पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। मेरी मौत के बाद पैसे वापस दिलाने का प्रयास लीला राम कोर्राम करेंगे और न्याय दिलाएंगे।’