नागालैंड और मणिपुर के पूर्व राज्यपाल और सीबीआई निदेशक रहे अश्विनी कुमार ने की खुदकुशी

Chhattisgarh Crimes

नईदिल्ली। सीबीआई के पूर्व चीफ और हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी अश्विनी कुमार ने खुदकुशी की। 70 वर्षीय अश्विनी कुमार शिमला के अपने घर में फांसी के फंदे पर झूलते पाए गए हैं। एसपी शिमला मोहित चावला ने इसकी पुष्टि की है। जानकरी के मुताबिक वह पिछले कुछ वक्त से डिप्रेशन में थे।

अश्विनी कुमार सीबीआई चीफ रहने से पहले हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी रह चुके थे. यही नहीं, बाद में उन्होंने नागालैंड के राज्यपाल पद का दायित्व भी संभाला है। वो कुछ समय तक मणिपुर के भी राज्यपाल रहे थे।

अश्विनी ने साल 2006 में हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी का चार्ज लेने के बाद यहां कई सुधार किए। हिमाचल पुलिस के डिजिटलीकरण और थाना स्तर पर कम्प्यूटर के उपयोग की शुरूआत उन्होंने ही करवाई। उन्हीं के कार्यकाल में शिकायतों के आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन जैसी व्यवस्था शुरू हुई, जिससे दूर-दराज के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को थाने की दौड़ लगाने से निजात मिली।

अश्विनी कुमार को जुलाई 2008 में सीबीआई डायरेक्टर बनाया गया। अश्विनी सीबीआई डायरेक्टर बनने वाले हिमाचल प्रदेश के पहले पुलिस अफसर थे। मई 2013 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने उन्हें पहले नगालैंड का गवर्नर बनाया और फिर जुलाई 2013 में ही उन्हें मणिपुर का गवर्नर भी बना दिया।