- मुख्यमंत्री ग्राम डुमरडीहकला में आयोजित किसान-मजदूर सम्मेलन में हुए शामिल
- 93 करोड़ 61 लाख 75 हजार रूपए की लागत के 112 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण
- मुख्यमंत्री ने शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 538 हितग्राहियों को 1 करोड़ 16 लाख 15 हजार रूपए की सामग्री का किया वितरण
- ग्राम पंचायत डुमरडीहकला में ठाकुर प्यारे लाल सिंह की जीवनी पर आधारित संग्रहालय एवं क्षेत्रीय राजपूत समाज के भवन निर्माण हेतु 40 लाख रूपए की स्वीकृति की घोषणा
- शासकीय महाविद्यालय ठेलकाडीह का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह के नाम पर करने की घोषणा
रूसे केनाल से डुमरडीहकला बांध तक जोडऩे के लिए ज्वाईंट सर्वे की स्वीकृति - खाद गोदाम के निर्माण तथा यादव समाज के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम डुमरडीहकला में आयोजित किसान-मजदूर सम्मेलन में शामिल हुए। किसान-मजदूर सम्मेलन कार्यक्रम में 93 करोड़ 61 लाख 75 हजार रूपए की लागत के 112 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। जिसमें 57 करोड़ 37 लाख 78 हजार रूपए की लागत के 98 विकास कार्यों का भूमिपूजन तथा 36 करोड़ 23 लाख 97 हजार रूपए की लागत के 14 विकास कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा शासन की संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 538 हितग्राहियों को 1 करोड़ 16 लाख 15 हजार रूपए की सामग्री का वितरण भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और उनके जन्मभूमि में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया है। आज हम अपने पुरखों के अविस्मरणीय योगदान को याद कर रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह भू-दान आंदोलन के दौरान मध्यप्रदेश, सीपी बरार में निरंतर पदयात्रा करते रहे। उन्हें भू-दान आंदोलन का प्रथम शहीद घोषित किया गया। हमारे पुरखों का सपना था कि मजदूरों और किसानों की माली हालत में सुधार हो, उनके नेतृत्व में बीएनसी मिल, बुनकर आंदोलन हुए, जिससे परिवर्तन की दिशा में आगे कदम बढ़े। डॉ. खूबचंद बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए बिगुल फूंका और सन 2000 में नए छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ। सरकार किसान, मजदूर और सभी की खुशहाली के लिए लगातार कार्य कर रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत डुमरडीहकला में ठाकुर प्यारे लाल सिंह की जीवनी पर आधारित संग्रहालय एवं क्षेत्रीय राजपूत समाज के भवन निर्माण हेतु 40 लाख रूपए की स्वीकृति की घोषणा की।
उन्होंने शासकीय महाविद्यालय ठेलकाडीह का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह के नाम कर करने की घोषणा की। रूसे केनाल से डुमरडीहकला बांध तक जोडऩे के लिए ज्वाईंट सर्वे की स्वीकृति प्रदान की तथा ग्राम पंचायत डुमरडीहकला में स्टाप डेम निर्माण हेतु सर्वे की स्वीकृति प्रदान की तथा सर्वे के बाद एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने खाद गोदाम के निर्माण तथा यादव समाज के भवन निर्माण के लिए 10 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठाकुर प्यारे लाल सिंह की जीवनी पर आधारित त्यागमूर्ति स्मृति पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों के 9 हजार करोड़ रूपए की कर्ज माफी की गई है। इसके साथ ही सिंचाई कर एवं समूह की महिलाओं के कर्ज की माफी की गई है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत अपना वादा निभाते हुए, सरकार ने 2500 रूपए समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं के विश्वास को टूटने नहीं देंगे और विपरीत परिस्थिति में भी किसानों के साथ खड़े होंगे। अन्नदाता संपन्न एवं खुशहाल रहें इसके लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे किसान जो गांव छोड़कर शहर चले गए थे। वे वापस गांव की ओर लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेरोजगार भत्ता योजना अंतर्गत युवाओं को 112 करोड़ रूपए, वन संसाधन अधिकारी के तहत पट्टा निरंतर दिए जा रहे हैं। गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालकों, महिला स्वसहायता समूह एवं किसानों के खाते में 500 करोड़ रूपए गए हैं। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के माध्यम से प्रदेश के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। वहीं अंग्रेजी माध्यम में महाविद्यालय प्रारंभ करने की दिशा में निरंतर प्रयास जारी है। छत्तीसगढ़ की पहचान बदल रही है। अब देश-विदेश में हमारी कला एवं संस्कृति की चर्चा होती है।
छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं विधायक डोंगरगढ़ श्री भुनेश्वर बघेल ने कहा कि शासन ने किसानों के हित में कार्य करते हुए धान खरीदी प्रति एकड़ 15 क्विंटल से बढ़ाकर 20 क्विंटल की है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति एवं खान-पान को बढ़ावा दिया है। छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना से विकास के रास्ते खुले हैं। भूमिहीन श्रमिकों को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के अंतर्गत 7000 रूपए की राशि प्रदान की जारी है। उन्होंने कहा कि देश की पहली सरकार है, जिसने 2 रूपए प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की है। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण के साथ ही दीया, लकड़ी एवं गोबर पेंट भी बनाया जा रहा है। वहीं गोबर से बिजली बनाने का कार्य चल रहा है। गांव में राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया है। शासन द्वारा सभी वर्गों को ध्यान में रखकर कार्य किया जा रहा है।