ड्राइवर ने जो दस्तावेज दिए, उससे पता चला कि शराब को गोवा से भूटान भेजा जा रहा था। दस्तावेज के मुताबिक कंटेनर में एक हजार पेटी शराब थी। इधर, जांच में पता चला कंटेनर में केवल 990 पेटी शराब थी। किसी ने कंटेनर के ड्राइवर शिव कुमार सैनी को बिलासपुर में 30-40 पेटी शराब उतारने कहा था।
ड्राइवर ने पहले ही बेच दी 10 पेटी शराब
इसके बदले उन्हें 50 हजार मिलने थे। इससे पहले ही उसने 10 पेटी शराब बेच दी थी। मामले की जांच के बाद अधिकारियों ने ड्राइवर शिव कुमार सैनी के खिलाफ अमानत में खयानत व षड्यंत्र की धाराओं में जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। ड्राइवर फिलहाल आबकारी एक्ट के तहत जेल में बंद है।
किसके इशारे पर उतारी गई शराब
आबकारी विभाग की कार्रवाई के दौरान ड्राइवर शिव कुमार सैनी ने बिलासपुर में 30 से 40 पेटी शराब उतारने के लिए छतौना के पास ग्राहक का इंतजार करने की बात कही। उसने किसी पंकज सिंह का नाम लिया था। विभाग को अब तक पंकज सिंह की जानकारी नहीं मिल पाई है।
मध्यप्रदेश के शराब ठेकेदारों से जुड़े पंकज सिंह के फार्म हाउस से पहले भी भारी मात्रा में शराब जब्त की गई थी। इधर आबकारी अमले की कार्रवाई के दौरान पंकज सिंह का नाम सामने आने के बाद ठेकेदार से जुड़े पंकज सिंह का नाम चर्चा में आ गया है।
परमिट है संदिग्ध, गोवा सरकार से किया गया पत्र व्यवहार
आबकारी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बिल्टी और परमिट की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि एक हजार पेटी गोवा से भूटान लेकर जाने का परमिट मिला है।