- महासमुंद में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती सद्भावना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सांसद श्रीमती गांधी ने प्रदेशवासियों को दिया संदेश, कहा छत्तीसगढ़ में किसानों के लिए लाई गई योजना अन्य राज्यों के लिए भी मिसाल
- 40 लाख किसानों को 5 साल में गरीबी से बाहर लाना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
- मुख्यमंत्री ने न्याय योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों के खाते में 2055.60 करोड़ रुपए की राशि खाते में किया अंतरण भेजी गई
- महासमुंद जिले में 704 करोड़ रुपए के 224 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया
- 18 नई तहसील और 13 नये अनुविभागीय कार्यालयों का शुभारंभ, अब प्रदेश में 250 तहसील और 122 अनुविभाग हो गये
- नगर पालिका महासमुंद को नगर पालिक निगम बनाने की घोषणा, भोरिंग होगा नगर पंचायत, अगले वर्ष के बजट में महासमुंद में कंपोजिट बिल्डिंग
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में सरकार ने राजीव जी के सपनों को साकार रूप दिया है। समाज के सभी क्षेत्रों, वर्गों, समुदायों तथा जन-जन के जीवन स्तर में सुधारने की दिशा में अपने को समर्पित किया है। सही मायनों में राजीव जी के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि है। सांसद श्रीमती सोनिया गांधी ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर महासमुंद में आयोजित कार्यक्रम में अपने वीडियो संदेश में यह बात कही।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों के खाते में 2055 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि अंतरित की, साथ ही उन्होंने महासमुंद जिले में 704 करोड़ रुपए के 224 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 18 नई तहसील और 13 नये अनुविभागीय कार्यालयों का उद्घाटन भी किया। इन्हें मिलाकर प्रदेश में अब 250 तहसील और 122 अनुविभाग हो चुके हैं। उन्होंने महासमुंद नगर पालिका को नगर पालिक निगम बनाने, ग्राम पंचायत भोरिंग को नगर पंचायत बनाने तथा महासमुंद में अगले वर्ष के बजट में कंपोजिट बिल्डिंग निर्माण को जोड़ने की घोषणा भी की।
श्रीमती गांधी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि अगर हम कृषि की प्रगति को कायम नहीं रख पाये तो देश से हम गरीबी नहीं हटा पाएंगे। छत्तीसगढ़ की सरकार ने राजीव जी के इन सपनों को साकार करने ठोस कदम उठाए हैं। इन कदमों से लाखों किसानों का आर्थिक स्तर निरंतर सुधर रहा है। उनके जीवन में उम्मीद की किरण दिखाई देती है। परिवार में खुशी का माहौल है। मुझे खुशी है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सरकारी सब्सिडी के अलावा छत्तीसगढ़ के किसानों के उत्थान के लिए अनेक फैसले लिये गए हैं, जो दूसरे प्रदेशों के लिए एक मिसाल हैं। राज्य सरकार के इन फैसलों से जहां उत्पादन में वृद्धि हुई, वहीं किसानों की आय में बढ़ोत्तरी का नया रिकार्ड कायम हुआ। छत्तीसगढ़ की सरकार ने कृषि मजदूरों के लिए भी सार्थक कदम उठाये। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है।
श्रीमती गांधी ने कहा कि राजीव जी कहते थे कि भारत एक प्राचीन देश है लेकिन एक युवा राष्ट्र है। उन्हीं के शब्दों में मैं नौजवान हूँ और मेरा भी सपना है। मेरा सपना है कि भारत को मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर तथा दुनिया के सभी देशों में प्रथम स्थान पर लाना और मानव जाति की सेवा करना है। आज जब हम राजीव जी के इन शब्दों को याद करते हैं तो समझ आता है कि देश के युवा और किसानों के बिना यह सपना पूरा नहीं हो सकता। देश के किसानों से राजीव जी का अटूट लगाव था। उन्होंने कहा था कि यदि किसान कमजोर हो जाते हैं तो देश आत्मनिर्भरता खो देता है लेकिन अगर वो मजबूत होते हैं तो देश की स्वतंत्रता भी मजबूत होती है।
40 लाख लोगों को पांच सालों में गरीबी से बाहर निकालना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि नीति आयोग की हाल ही में रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ में 40 लाख लोग पिछले पांच सालों में गरीबी से बाहर आ चुके हैं। कबीरधाम, सरगुजा और दंतेवाड़ा में 23 से 25 प्रतिशत लोग गरीबी से बाहर आ चुके हैं। रायपुर, धमतरी और बालोद जिले में गरीबी अब दस प्रतिशत से कम रह गई है। पिछले पांच सालों में गरीबी हटाने को लेकर यह जो बड़ा काम हुआ है। यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब इसलिए हुआ है कि हमने किसानों, मजदूरों, आदिवासियों के लिए न्याय योजनाएं लाईं। उनके लिए अवसरों का निर्माण किया। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया। शिक्षा और स्वास्थ्य की अधोसंरचना मजबूत की। शहरी क्षेत्रों में अधोसंरचना का विस्तार किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सबसे बड़ा काम किसानों की मजबूती को लेकर किया। किसान मजबूत हुआ तो अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। धान खरीदी की व्यवस्था बेहतर हुई। किसानों को समय पर भुगतान हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी तरह की स्वास्थ्यगत परेशानी हो, सरकार की योजना हर परेशानी के लिए कारगर हैं। इलाज के लिए पांच लाख रुपए तक की सहायता के लिए डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए 25 लाख रुपए तक की सहायता हेतु मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना लाई गई। मुझसे लोग मिलने आते हैं। एक गरीब परिवार आया, बच्चे को फेफड़े की परेशानी थी। 19 लाख रुपए इलाज का खर्च था। बच्चे का बेहतर इलाज हुआ क्योंकि हमारी सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं की अहमियत समझती है। पहले केवल 6 मेडिकल कालेज थे, हमने एक मेडिकल कालेज का अधिग्रहण करते हुए 4 मेडिकल कालेज खोले। अब चार नये मेडिकल कालेज भी खोलने जा रहे हैं। इस तरह मेडिकल कालेज की संख्या 14 हो जाएगी। सबके लिए राशन की सुविधा है। 74 लाख राशन कार्ड बना है। 42 लाख परिवार बिजली बिल हाफ योजना का लाभ उठा रहे हैं। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना अंतर्गत 377 इंग्लिश मीडियम के तथा 349 हिंदी मीडियम के स्कूल आरंभ किये गये हैं। छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक समृद्धि को सहेजने का भी बड़ा काम हुआ है। भांचा राम से जुड़े वन गमन स्थलों को परिपथ के रूप में विकास किया गया है। कौशल्या माता के मंदिर की चर्चा देश दुनिया में है। आदिवासी महोत्सव के माध्यम से अपनी विरासत को सहेजने संवारने का बड़ा काम किया है।
उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, गृह मंत्री एवं महासमुंद जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू, जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चौबे, बस्तर सांसद दीपक बैज ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत अति विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय विकास विभाग मंत्री डॉ. शिव डहरिया, आदिम जाति जनजाति विकास विभाग मंत्री मोहन मरकाम, राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम सहित छत्तीसगढ़ शासन के संसदीय सचिव, विधायक समेत अनेक जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
हितग्राहीमूलक योजनाओं के 2055 करोड़ 60 लाख रुपए का ऑनलाईन अंतरण- इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की द्वितीय किश्त 1810 करोड़ रुपए का ऑनलाईन भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर अब तक प्रदेश के 24 लाख 30 हजार किसानों को 21 हजार 912 करोड़ रुपए की इनपुट सब्सिडी का भुगतान किया जा चुका है। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की दूसरी किश्त के रूप में 168 करोड़ 63 लाख रुपए की राशि का भुगतान उन्होंने किया। अब तक इस योजना के 5 लाख 60 हजार हितग्राहियों को 758 करोड़ 03 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। राजीव युवा मितान क्लबों को 66 करोड़ 21 लाख रुपए का भुगतान मुख्यमंत्री ने किया। अब तक 13 हजार 242 क्लबों को 132 करोड़ 48 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इसी प्रकार गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को मुख्यमंत्री ने 9 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया। इस राशि को मिलाकर अब तक महिला स्वसहायता समूहों, गौठान समितियों और ग्रामीणों को 551 करोड़ 31 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री परब सम्मान निधि योजना के अंतर्गत गैर अनुसूचित क्षेत्र की ग्राम पंचायतों को 1 करोड़ 11 लाख रुपए की राशि का अंतरण किया। अब तक 6111 ग्राम पंचायतों को स्थानीय उत्सवों को मनाने 6 करोड़ 11 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
322 करोड़ रुपए से बनने वाले मेडिकल कालेज भवन की रखी आधारशिला- मुख्यमंत्री ने महासमुंद जिले में 704 करोड़ रुपए के 224 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। इनमें 71 करोड़ 08 लाख रुपए लागत के 132 कार्यों का लोकार्पण तथा 632 करोड़ 88 लाख रूपए लागत के 92 कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास शामिल है। उन्होंने 322 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से महासमुंद में बनने वाले मेडिकल कालेज भवन निर्माण की आधारशिला रखी। साथ ही 6 करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल लाइब्रेरी भवन का भूमिपूजन और जिला अस्पताल महासमुंद में फिजियोथैरेपी बिल्डिंग, सीएचसी पिथौरा में ब्लड बैंक और हमर लैब जैसे कार्यों का लोकार्पण भी किया। साथ ही उन्होंने इस मौके पर हितग्राहीमूलक योजनाओं की सामग्री और चेक वितरित भी किया। साथ ही विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया।
50 मोबाइल पशु चिकित्सा यूनिटों को दिखाई हरी झंडी- मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में महासमुंद के लिए 7 और संभाग के अन्य जिलों के लिए 43 मोबाइल पशु चिकित्सा यूनिटों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री गौवंश मोबाइल चिकित्सा योजना को मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना एवं मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की तर्ज पर शुरू किया गया है। प्रदेश भर में ऐसे 163 मोबाइल वैन आरंभ किये गये हैं। इसके साथ ही मुफ्त पशु चिकित्सा सुविधा एवं परामर्श हेतु टोल फ्री नंबर 1962 भी जारी किया गया है।