रायपुर। प्रदेश में एक जनवरी 2020 से चार जुलाई 2021 के बीच दुराचार और गैंगरेप की 6674 घटनाएं हुई हैं। इनमें 3717 मामलों में पीड़िता नाबालिक हैं। यह जानकारी गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में दी है। भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी के एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृहमंत्री साहू ने बताया कि सबसे ज्यादा 713 मामले रायपुर जिले के हैं। दुर्ग में 515, बिलासपुर में 489, जांजगीर में 437, कोरिया 338, बलौदाबाजार में 322, कोरबा 321 और सूरजपुर जिले में 315 शामिल हैं।
पुलिस नक्सली मुठभेड़ में आई कमी
राज्य में 2019-20 की तुलना में 2020-21 में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटनाओं में कमी आई है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के अनुसार इन वर्षों में क्रमश: 355 और 320 मुठभेड़ हुई हैं। भाजपा विधायक डॉ. रमन सिंह के एक सवाल के लिखित जवाब में गृहमंत्री साहू ने बताया है कि 2019-20 में 69 नक्सली मारे गए थे। 340 ने आत्म सम्पर्ण किया था। वहीं, 47 जवान भी शहीद हुए थे। 2020-21 में 41 नक्सली मारे गए। 422 ने सरकार के सामने हथियार डाला और 25 जवान शहीद हुए।
राज्य में हर महीने छह सौ से अधिक आत्महत्याएं
छत्तीसगढ़ में हर महीने करीब छह सौ से अधिक लोग आत्महत्या कर रहे हैं। राज्य में एक दिसंबर 2018 से 30 जून 2021 तक 31महीने में कुल 19084 लोगों ने आत्महत्या की है। इस दौरान सामूहिक हत्या के 94 केस दर्ज किए गए हैं। विधानसभा में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के एक सवाल के लिखित जवाब में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि इसी समय अवधि में मानव तस्करी के 111, साइबर ठगी के 786 घटनाएं दर्ज की गई है।