आज (5 अप्रैल) चैत्र शुक्ल पक्ष की उदया तिथि चतुर्दशी और बुधवार का दिन है। चतुर्दशी तिथि आज सुबह 9 बजकर 19 मिनट तक रहेगी, उसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी। आज व्रतादि की पूर्णिमा है। आचार्य इंदु प्रकाश से अनुसार, चैत्र शुक्ल महीने की पूर्णिमा इस बार दो दिनों की पड़ रही है और जब पूर्णिमा दो दिनों की होती है तो पहले दिन व्रतादि की पूर्णिमा होती है। पूर्णिमा तिथि कल (6 अप्रैल) सुबह 10 बजकर 4 मिनट तक ही रहेगी। यानि कि पूर्णिमा तिथि में पूर्ण चंद्रमा आज (5 अप्रैल) ही के रात में उदयमान रहेगा। लिहाजा आज (5 अप्रैल) ही चैत्र पूर्णिमा का व्रत किया जायेगा।
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का बड़ा ही महत्व है। कहा जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को जीवन में तरक्की मिलती है और वह खूब आगे बढ़ता है। यदि आप इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान, अगर संभव न हो, तो पानी में थोड़ा-सा गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए, साथ ही पूर्णिमा के दिन यथाशक्ति कुछ न कुछ दान भी अवश्य करना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले कुछ खास उपायों के बारे में।
- चैत्र पूर्णिमा के दिन रात में मां लक्ष्मी को खीर या फिर कोई सफेद मिठाई का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से माता प्रसन्न होती हैं। साथ ही जमकर कृपा भी बरसाती हैं।
- चैत्र पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर स्नान कर के पीपल के पेड़ पर चल चढ़ाएं। साथ ही कुछ मीठा भी चढ़ाएं। कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। इसलिए इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है।
- माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पूर्णिमा के दिन माता को 11 कौड़ियां चढ़ाएं। इसके साथ ही उन्हें हल्दी का तिलक लगाएं। फिर पूर्णिमा के अगले दिन इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन में वृद्धि होती है।
- अगर आपके वैवाहिक जीवन में परेशानी आ रही है तो ऐसे में चैत्र पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी एक-साथ मिलकर चंद्र देव को अर्घ्य दें। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। ऐसे में इस दिन आप हनुमान जी के मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र है – ‘ओम नमो भगवते हनुमते नम:’ इससे आपके सारे संकट दूर हो जाएंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)