तुलसी के पौधे को हिन्दू धर्म में अहम स्थान प्राप्त है। हर शुभ कार्य में तुलसी की पत्तियां ज़रूर होती हैं। गुणों की खान ये पत्तियां हमारे स्वास्थ के लिए भी बेहद लाभकारी हैं। आयुर्वेद में, तुलसी को एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी माना जाता है। इसकी पत्तियां कफ-दोष को संतुलित करती है। तुलसी में आयरन, जिंक, मैंगनीज, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे मिनिरल्स पाए जाते हैं। साथ ही इसमें विटामिन सी, विटामिन ए और के भरपूर मात्रा में होते हैं जो आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर तुलसी एक नेचुरल इम्यून बूस्टर है। ऐसे में बरसात के मौसम में इसका इस्तेमाल करने से आप सर्दी खांसी की चपेट में नहीं आयेंगे। तो, चलिए जानते हैं बारिश में इस पत्तियों का कैसे करें इस्तेमाल?
सर्दी-खांसी की हो जाती है छुट्टी: Tulsi leaves contol cold and cough
तुलसी में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण गले के खराश को दूर कर सर्दी-खांसी और अस्थमा को कम करने में मदद करते हैं। इसके पत्तों में मौजूद यूजेनॉल नामक तत्व भी आपके फेफड़ों के लिए फायदेमंद है। तुलसी में एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरक्षा क्षमता को तेजी से बढ़ाते हैं.
इन समस्याओं में कारगर है तुलसी की पत्तियां: Tulsi leaves are also effective in these problems:
- संक्रमण से लड़ना: तुलसी में जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण होते हैं जो मॉनसून के दौरान होने वाले इंफेक्शन को रोकने में मदद कर सकते हैं।
- बुखार कम करना: तुलसी में मौजूद प्राकृतिक शीतलता बुखार को कम करने, सिरदर्द और शरीर में दर्द जैसे लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- पाचन में सहायता करना: तुलसी पाचन को बेहतर बनाने और मॉनसून के दौरान आम तौर पर होने वाले पेट के संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
कैसे करें तुलसी की पत्तियों का सेवन:How to consume Tulsi leaves:
आप तुलसी की पत्तियों का सेवन कई तरह से कर सकते हैं।अगर आप चाय का सेवन करते हैं तो चाय में तुलसी की कुछ पत्तियां मिलाकर चाय बनायें और फिर उसे पिएं। आप तुलसी का काढ़ा बनाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं।आप तुलसी के काढ़े का सेवन हफ्ते में 3 बार कर सकते हैं या कुछ पत्तों को कच्चा भी चबा सकते हैं।