रायपुर। रायपुर से जगदलपुर उड़ान भरने वाली अलाइंस एयर (संख्या-9आइ-886) की मंगलवार को दो बार जगदलपुर एयरपोर्ट पर लैंडिंग फेल हो गई। तीसरी बार में विमान की सुरक्षित लैंडिंग हुई। इस घटना से यात्री काफी भयभीत रहे। जगदलपुर एयरपोर्ट में दोपहर 3.30 बजे विमान के सुरक्षित नीचे पहुंचने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। इस मामले में एक यात्री ने पीएमओ कार्यालय, केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और अलाइंस एयर को ट्वीट करते हुए घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है।
विमान में सफर करने वाले यात्री डा. तुषार पाणिग्रही ने बताया कि दोपहर तकरीबन 2.30 बजे रायपुर के माना एयरपोर्ट से टेकआफ करने के बाद 30 मिनट तक विमान ठीक उड़ा, लेकिन जगदलपुर एयरपोर्ट में लैंडिंग के दौरान विमान हिचकोले खाने लगा। लगा कि हवा के विपरीत दबाव की वजह से विमान को लैंडिंग का रास्ता नहीं मिल पा रहा था। चूंकि फ्लाइट 70 सीटर है, लिहाजा हवा के दबाव से यह जल्दी ही असंतुलित हो रहा था। इसके बाद पायलट ने विमान को फिर ऊपर ले जाने का प्रयास किया।
इस समय भी विमान ठीक से ऊपर नहीं जा पा रहा था। कुछ ऊंचाई पर पहुंचने के बाद पायलट ने स्थिति ठीक होने का इंतजार किया। दूसरी बार लैंडिंग के प्रयास के दौरान फिर से पहली जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा। इससे यात्री काफी घबरा गए। इस घटना के बाद विमान के भीतर घोषणा कर दिया गया था कि यदि तीसरी बार भी सुरक्षित लैंडिंग नहीं हुई तो विमान को वापस माना एयरपोर्ट ले जाया जाएगा। दो बार फेल होने के बाद तीसरी बार पायलट ने कोशिश की, तब जाकर विमान जगदलपुर एयरपोर्ट में सुरक्षित नीचे उतर सका। घटना के बाद छोटे बच्चे और महिलाएं काफी भयभीत हो चुके थे।
किराया कम, इसलिए यात्री अधिक
रायपुर से जगदलपुर के लिए किराया दो हजार रुपये से कम होने की वजह से रायपुर-जगदलपुर हवाई मार्ग पर यात्रियों की संख्या लगातार अच्छी रही है। आम लोगों के साथ ही व्यवसाय से जुड़े लोग रोजाना सफर कर रहे हैं। 70 सीटर विमान में 60 से 65 यात्री यात्रा कर रहे हैं, लेकिन विमान के भीतर गुणवत्ता, सीट और रखरखाव को लेकर पहले भी कई सवाल उठ चुके हैं। मंगलवार को दो बार लैंडिंग फेल होने के मामले में जगदलपुर एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा कि कई बार हवा के दबाव की वजह से ऐसी स्थिति आती है। घटनाक्रम के संबंध में यात्रियों की ओर से लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।