भारतमाला परियोजना घोटाले में जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा को 14 मई तक जेल भेज दिया गया। ईओडब्ल्यू ने पूछताछ करने के बाद शुक्रवार को विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया। बताया कि उनकी पूछताछ पूरी हो गई है। इस समय प्रकरण की जांच चल रही है।
1 मई तक के लिए रिमांड पर
इसे देखते हुए न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का अनुरोध किया। जिसे विशेष न्यायाधीश ने स्वीकार करते हुए जेल रिमांड आदेश जारी किया। बता दें कि 48 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच करने के लिए 25 अप्रैल को ईओडब्ल्यू ने 20 ठिकानों पर छापे मारे थे। (Bharatmala Project Scam) इसके बाद 26 अप्रैल को हरमीत सिंह खनूजा, केदार तिवारी उसकी पत्नी उमा तिवारी और विजय जैन को गिरफ्तार कर 1 मई तक के लिए पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया।
इसकी अवधि पूरी होने के बाद हरमीत को छोड़कर अन्य सभी को जेल भेज दिया गया। शराब घोटाले में डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाने के प्रकरण की सुनवाई 23 मई को होगी। (Bharatmala Project Scam) शराब घोटाले में जेल भेजे गए अनवर ढेबर ने 8 डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाने का आवेदन लगाया। साथ ही बताया कि शराब घोटाले में डिस्टलरी संचालकों की भूमिका को जांच के दायरे में लिया जाना चाहिए।
न्यायाधीश ने सुनवाई को 14 दिन के लिए आगे बढ़ाया
ईओडब्ल्यू द्वारा एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए झूठे प्रकरण में फंसाया गया। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश ने सुनवाई को 14 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया। वहीं पूर्व आबकारी मंत्री एवं सुकमा विधायक कवासी लखमा की न्यायिक रिमांड को 23 तक बढ़ा दिया गया है।
बता दें कि इस प्रकरण में वेलकम डिस्टलरी, भाटिया वाइन मर्चेंट, छत्तीसगढ़ डिस्टलरी, मैसर्स नेक्स्ट जेनरेशन, दिशिता वेंचर्स,ओम साईं बेवरेज, सिद्धार्थ सिंघानिया और मैसर्स टाप सिक्योरिटी डिस्टलरी संचालकों को आरोपी बनाए जाने आवेदन दिया गया है।