बरसात का मौसम शुरू होने वाला है और बाजार में जामुन आना शुरू हो गया है। जामुन एक ऐसा फल है जिसका सेवन करना डायबिटीज पेशेंट के लिए लाभकारी होता है। जामुन स्वाद में थोड़ा कसैला और अम्लीय होता है। अगर शुगर पेशेंट इस छोटे से फल को अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो उनका शुगर लेवल काबू में रह सकता है। जानिए मधुमेह के मरीज जामुन को किस तरह से डाइट में शामिल करें तो उनके लिए असरदार हो।
जामुन के बीज का पाउडर असरदार
जामुन का इस्तेमाल आयुर्वेद में किया जाता है। इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन ए, बी और सी पाए जाते हैं। ये सभी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही डायबिटीज पेशेंट के ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी कारगर है।
ऐसे करें जामुन का इस्तेमाल
- शुगर पेशेंट सबसे पहले जामुन के बीज को अच्छी तरह से पानी से धोकर सुखा लें
- जब जामुन के बीज सूख जाएं तो उसे मिक्सी के जार में डालकर पीस लें
- रोजाना सुबह खाली पेट दूध में एक छोटे चम्मच पाउडर को डालें
- रोजाना ऐसा करने से मधुमेह के रोगियों का ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करेगा
- इसके साथ ही पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है
जामुन खाने से अन्य फायदे
पेट की समस्या में दिलाता है आराम
अगर आप जामुन का सेवन करेंगे तो पेट से संबंधित समस्याएं दूर हो जाती हैं। अगर आप इसकी छाल का काढ़ा बनाकर पिएंगे तो पेट दर्द और अपच जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
इम्यूनिटी करेगा बूस्ट
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी जामुन मददगार है। इसका सेवन करने से शरीर में खून की कमी पूरी होती है। इसके साथ ही शरीर में खून का स्तर बढ़ने लगता है।
पथरी की समस्या में देगा राहत
अगर किसी व्यक्ति को पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली उसमें असरदार है। पथरी से पीड़ित व्यक्ति को जामुन के पाउडर को दही में मिलाकर खाएं। ऐसा करने से आराम मिलेगा।