गरियाबंद। गायडबरी के जंगल में विचरण कर रहा हिरण अचानक कुत्तों के झुंड में फंस जाने के बाद अपनी जान बचाने समीपस्थ ग्राम गांव गायडबरी की ओर भागता है, पर जैसे ही ग्रामीण हिरण को गांव में आता पाते हैं तो उसे घेरकर शिकार कर देते हैं। यह मामला पांडुका वन परिक्षेत्र के अंतर्गत गांव गायडबरी का है। वन अमला एक ग्रामीण को पकड़कर उसे शिकार में शामिल अन्य ग्रामीणों के बारे में पूछताछ कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 जुलाई को ग्राम गायडबरी में कुत्तों से अपनी जान बचाकर जंगल से गांव की ओर आए हिरण को देखते ही ग्रामीणों ने दौड़ाया। हिरण ग्रामीणों से अपनी जान बचाने के लिए गांव के तालाब में छलांग लगा दी। इसके बाद गांव के लोगों ने हिरण को घेरकर उसका शिकार किया और उसकी सब्जी बनाकर खाया। इस मामले की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को मिलने के बाद वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल के मार्गदर्शन में आरोपियों को पकड़ने पांडुका वन परिक्षेत्र अधिकारी संजीत मरकाम के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया जो आरोपियों को पकड़ने में कामयाब रही। वन परिक्षेत्र अधिकारी संजीत मरकाम ने छत्तीसगढ़ क्राइम्स को बताया कि शिकार में शामिल एक आरोपी भवानी कंवर पिता बरातु कंवर गायडबरी को पकड़ा है और आरोपी से हिरण की चमड़ी भी जब्त कर पूछताछ किया जा रहा है। इस संबंध में जब हमने गायडबरी डिप्टी रेंजर श्री नवरंगे से बात किया तो उन्होंने बताया कि शिकार में पकड़े गए आरोपी से बयान लिया जा रहा है। इस शिकार में कितने ग्रामीण शामिल हैं यह आरोपी के बयान के आधार पर सामने आ पाएगा।
इस घटना के बाद बड़ा सवाल खड़ा होता है कि वन विभाग का कार्यालय गायडबरी में है और वन अधिकारी-कर्मचारी भी वहीं निवास करते हैं। इसके बावजूद एक हिरण को ग्रामीण घेरकर शिकार कर सब्जी बनाकर खा लेते हैं और अधिकारियों के कान में तब बात पहुंचती है, यह सोचनीय विषय है।