यह कॉम्पलेक्स हाउसिंग बोर्ड ने 41.85 करोड़ की लागत से बनाया था। 2008 में यह बनना शुरू हुआ और 2011 में बनकर तैयार हुआ। तेलीबांधा तालाब किनारे स्थित झुग्गी बस्तियों से लोगों को विस्थापित किया तो उन्हें यहां जगह दी गई। 1374 फ्लैट इन्हीं से भर गए। तेलीबांधा में झुग्गियों की जगह जब नया भवन बना तो यहां से विस्थापित लोग तेलीबांधा लौटने के कारण 1374 फ्लैट खाली हो गए। तब से ये खाली पड़े हैं। खाली रहने के कारण धीरे धीरे इनका सब कुछ उजड़ गया। अब ये फ्लैट खंडहर हो चुके हैं। इसकी देखरेख नगर निगम के हाथ में है।
41.85 करोड़ की लागत से हाउसिंग बोर्ड ने बनाया था कॉम्पलेक्स।
2008 में बनना शुरू हुआ व 2011 में बनकर तैयार हुआ।
500 फ्लैट बोर्ड के कब्जे में हैं कॉम्पलेक्स के।
319 मालिकों ने पजेशन लिया है और 280 परिवार रहते हैं।
455 रुपए शुल्क देते हैं बोर्ड को।