रायपुर। JEE Main 2023 Result नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ने शनिवार सुबह देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई (अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा) के परीक्षा परिणाम जारी किए। इसके साथ ही रायपुर के कबीर नगर निवासी अखिलेश अग्रवाल गणित में 100 पर्सेंटाइल के साथ आल इंडिया रैंक-107 पाकर रायपुर जिले के टापर बनें। इसके साथ ही विराज लिल्हारे ने भौतिकी और गणित में 100 पर्सेंटाइल के साथ आल इंडिया रैंक-204 हासिल किया। जबकि नमन शर्मा ने रसायन में 100 पर्सेंटाइल के साथ आल इंडिया 615 रैंक प्राप्त किया है। इसी तरह जसमीत सिंह चड्डा ने आल इंडिया रैंक-702, चैतन्य धवन ने आल इंडिया रैंक 901 और नीलाक्ष मलिक ने आल इंडिया रैंक-962 हासिल किया।
जेईई मेन के परीक्षा परिणाम सामने आने के बाद अच्छे अंक पाने वाले छात्र काफी खुश हैं। इसके साथ ही चार जून को होने वाले जेईई एडवांस की परीक्षा की तैयारियाें में जुट गए हैं। अच्छे अंक पाने वाले बच्चों ने नई दुनिया को अपने सफलता के मंत्र बताए हैं।
क्या है जेईई की परीक्षा
राष्ट्रीय स्तर पर देश के बड़े और केंद्रीय इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जेईई) की परीक्षा आयोजित की जाती है। इसके बाद एडवांस की परीक्षा होगी। अंक के आधार पर छात्रों को एनआइटी, आइआइआइटी, केंद्रीय इंजीनियरिंग संस्थान व आइआइटी के सीटों पर प्रवेश मिलता है।
योग से मिली एकाग्रता, मिला मेहनत का फल
अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि आइआइटी से इंजीनियरिंग करने का सपना लेकर 10वीं के बाद जेईई परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। लक्ष्य बड़ा था, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा बहुत है। इसलिए घंटों तैयारियां करते रहे। मन को एकाग्र करने के लिए योग को अपनाया। जिससे मन शांत रहता था और पढ़ाई अच्छी होती थी। कोचिंग में पढ़ाई के बाद घर जाकर दोबारा उसकी तैयारी में जुट जाता। दिन की शुरुआत के साथ ही मैं दिनभर पढ़ाई की लिस्ट बना लेता। 10 -12 घंटे की पढ़ाई में समय देता। विषयों के लिए समय तय कर अध्ययन करता। और लगातार रिविजन व गणित की प्रैक्टिस करते रहता। जिससे परीक्षा के दौरान मुझे तैयारी में आसानी हुई और अच्छे अंक आए। जेईई एडवांस की तैयारी में जुटा हूं। आइआइटी में प्रवेश पाकर सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर बनाना लक्ष्य है।
पढ़ाई एक बार, रिविजन बार-बार, तब आए बेहतर अंक
विराज लिल्हारे ने बताया कि देश के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक जेईई को निकाल पाना बिना लगन और मेहनत के आसान नहीं रहता है। 11वीं से ही ठान लिया था कि जेईई परीक्षा अच्छे अंक के साथ निकालकर आइआइटी में प्रवेश लेना है। इसके लिए मैंन तैयारियां भी मन लगाकर की। स्कूल में पढ़ाई के साथ ही और अच्छी समझ के लिए मैंने कोचिंग ज्वाइन किया। यहां शिक्षक जो पढ़ाते उसे अच्छी तरह से घर जाकर फिर पढ़ता। वहीं पुराने प्रश्न पत्रों को भी हल करता रहा। शुरु से ही तैयारियां थी, इसलिए परीक्षा के दौरान सिर्फ रिविजन करना रहा। जेईई मेन में अच्छे अंक आए हैं। अब जेईई एडवांस की तैयारी कर रहा हूं। ताकि मुझे मेरे पसंद का आइआइटी संस्थान मिले।