बस्तर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद समेत 3 लोगों को जामताड़ा और मुंबई से गिरफ्तार किया है। ठगों ने बस्तर के लोगों से भी 7 लाख रुपए की ठगी की। मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद के पास जामताड़ा में करोड़ों का घर, प्रॉपर्टी और कई लग्जरी गाड़ियां भी हैं। पहले भी डकैती और एक फ्रॉड केस में जेल जा चुका है।
अब जानिए ठगों ने कैसे फ्रॉड किया ?
दरअसल, जगदलपुर के तिरंगा चौक के पास रहने वाले अमलेश कुमार ने जनवरी 2025 को बोधघाट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि एक्सिस बैंक कस्टमर केयर के 2268318000 नंबर से फोन आया। सामने वाले ने लोन लेने के लिए कहा, जिस पर लोन नहीं चाहिए कहकर फोन काट दिया।
इसके बाद उसी दिन शाम 4:18 बजे एक्सिस बैंक से मोबाइल नंबर पर OTP आना शुरू हुआ। शाम 5:25 बजे उनके खाते से 500 कटे, फिर 4 लाख इसके बाद 500 और फिर 3 लाख 40 हजार रुपए कटने का मैसेज आया।
पीड़ित ने बताया कि इसके बाद वह बैंक गए। यहां जांच में पता चला कि, खाते में 21 जनवरी 2025 को नेट बैंकिंग के माध्यम से 7 लाख 33000 रुपए का लोन लिया गया है, जबकि उसने किसी भी प्रकार के लोन के लिए अप्लाई नहीं किया था।
बैंक का स्टेटमेंट देखने पर पता चला कि, उनके मेल IED को चेंज कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने नेट बैंकिंग के माध्यम से पैसे खाते में ट्रांसफर कर निकाल लिए। थाने में शिकायत के बाद जगदलपुर SP शलभ सिन्हा ने साइबर सेल DSP गीतिका साहू के नेतृत्व में साइबर निरीक्षक गौरव तिवारी की टीम बनाई।
अब जानिए कैसे पकड़े गए आरोपी ?
जगदलपुर पुलिस की टीम ने नंबर और खाता को ट्रेस किया। इस दौरान अलग-अलग लोकेशन बताया। लोकेशन कन्फर्म होने के बाद SP ने निरीक्षक शिवानंद, दिलबाग सिंह और 2 जवानों की टीम बनाकर आरोपियों को पकड़ने के लिए मुंबई और जामताड़ा भेजा।
पुलिस ने कार्तिकेय राय (20) और संतोष कुमार (41) को मुंबई से पकड़ा, जबकि इनके मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद (45) को झारखंड के जामताड़ा से पकड़ा।
आरोपियों के ठिकाने के यहां से ये सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों के ठिकानों की तलाशी ली। इस दौरान पासबुक, चेक बुक, ATM कार्ड और बाकी दस्तावेज बरामद हुए। पूछताछ में आरोपियों ने कहा कि, अपने परिचितों के नाम से खोले गए बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं।
अलग-अलग राज्यों में 116 से अधिक फर्जी खाता खुलवाकर 1 करोड़ 15 लाख 775 रुपए की ठगी किए हैं।
SP शलभ सिन्हा बोले- सावधान रहें
जगदलपुर के SP शलभ सिन्हा ने कहा कि, करीब 5-6 महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह गिरोह पकड़ में आया है। इनमें अब्दुल इनकी गैंग का मास्टरमाइंड है। अलग-अलग राज्यों में लोग फैल हुए हैं। हालांकि, अब्दुल से ऊपर भी कई और लोग हैं। SP ने लोगों से अपील करते कहा कि ऐसे ठगों से सावधान रहें। अनजान नंबर से आने वाले APK फाइल को न खोलें।