जम्मू। जम्मू कश्मीर के डीजी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के तार आतंकी संगठन से जुड़ गए हैं। आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने डीजी लोहिया की कायराना हत्या की जिम्मेदारी ली है। कश्मीर में सक्रिय इस आतंकवादी संगठन ने जम्मू के उदयवाला में डीजी जेल की उसके दोस्त के घर में हत्या करने का दावा करते हुए कहा कि इस हमले को अंजाम देकर उन्होंने यह दिखा दिया है कि वे जब चाहें, जहां चाहें हमला कर सकते हैं।
पीएएफएफ के प्रवक्ता तनीवर अहमद राथर ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए यह दावा किया। उसने लिखा कि जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए गृहमंत्री अमित शाह को इतनी सख्त सुरक्षा के बावजूद यह छोटा सा तोहफा है।
पीएएफएफ ने लिखा है कि उनके स्पेशल स्कवाड ने इंटेलिजेंस के आधार पर इस आपरेशन को अंजाम दिया। कश्मीर घाटी में हाल ही में सक्रिय हुए आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने दावा किया कि वे आगे भी इस तरह की आतंकी वारदातों को अंजाम देते रहेंगे।
आपको बता दें कि 1992 बैच के आइपीएस आफिसर 57 वर्षीय हेमंत कुमार लोहिया इसी साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल बने थे। जहां उनकी हत्या हुई वह घर उनके दोस्त राजीव खजुरिया का है। वह अपने परिवार व नाैकर यासिर को भी अपने साथ ले गए थे। यासिर रामबन का रहने वाला है। एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि राजीव खजुिरया लोहिया के काफी करीबी दोस्त हैं, पूरा परिवार रात को उनके घर पर मौजूद था।
परिजनों ने बताया कि गत सोमवार शाम को हेमंत कुमार लोहिया पांव में दर्द होने की बात कहते हुए अपने कमरे में मालिश करवाने के लिए चले गए। यासिर भी उनके साथ था। वहीं बंद कमरे में यासिर ने पहले तो उनका गला घोंटा बाद में केचअप की टूटी बोतल से उनका गला रेत दिया। हत्या करने के बाद वह कमरे में आग लगाकर वहां से फरार हो गया। घर में मौजूद हेमंत कुमार की पत्नी व उनके दोस्त राजीव खजुरिया का परिवार जब काफी देर बाद जब उस कमरे में गए हैं तो उन्होंने खून से सना हेमंत का शव पड़ा देखा। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई।
पीएएफएफ ने डीजी जेल की हत्या करने का जो दावा किया है, उसके बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फिलहाल कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया है। अधिकारियों ने बताया कि हत्या के बाद से ही नौकर यासिर की तलाश की जा रही है। उदयवाला में ही एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में यासिर की वीडियो कैद हुई हैं। बताया जा रहा है कि यासिर लोहिया के पास काम करने से पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम के घर पर काम कर चुका है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि यासिर के पकड़े जाने के बाद ही पूरे मामले पर से पर्दा उठ पाएगा।