करंट से नीलगाय का शिकार कर दफनाया, आरोपियों की तलाश जारी

Chhattisgarh Crimes

सारंगढ़। क्षेत्र के गोमर्डा अभ्यारण्य में चार दिन पहले करंट लगाकर नीलगाय का शिकार कर शिकारियों ने शव जंगल में ही दफना दिया। चार दिन बीतने के बाद भी विभाग को इसकी जानकारी नहीं हो सकी। आज मीडिया में सूत्रों ने इस मामले की जानकारी दी। इसके बाद मामले की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद शव की तलाश की गई। वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार नीलगाय का शव बरामद कर लिया गया है। वहीं शिकारियों की तलाश जारी है।

इस संबंध में विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि 6 सितंबर को शिकारियों ने गोमर्डा अभ्यारण के बटऊपाली बीट के कक्ष क्र. 932 पीएफ में नीलगाय का शिकार किया, पर किसी वजह से उसे अपने घर तक नहीं ले जा सके। इसके बाद उन्होंने घनी झाडिय़ां देखकर नीलगाय के शव को दफना दिया। बताया जा रहा है कि करंट का तार बिछाकर वन्यप्राणी का शिकार किया गया था। जहां करंट के तार के कारण कई झाडिय़ां भी वहां जली हुई परिलक्षित हो रही हैं। आज इसकी जानकारी जब वन विभाग के डीएफओ को दी गई तो उन्होंने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
वहीं बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में लंबे समय से शिकारियों का वर्चस्व रहा है और हर हफ्ते शिकार किया जा रहा है। इससे पहले भी कक्ष क्र. 932 में नीलगाय का शिकार होने की घटना प्रकाश में आ चुकी है।
इस संबंध में वन मंडल रायगढ़ के डीएफओ मनोज पांडे का कहना है कि करंट से नीलगाय का शिकार किया कर दफना दिया गया था। शव मिल गया है। शिकारियों की तलाश जारी है। मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।