हाई यूरिक एसिड वालों को जरूर खाना चाहिए ये साग, जानें रेसिपी और अन्य फायदे

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पट्टशाक या पटुआ साग कई जगहों पर बड़ी जूट (jute leaves benefits) के नाम से जानी जाती है। भारत में बिहार, बंगाल और पहाड़ी इलाकों में इसे खूब खाया जाता है। इसे गर्मियों का खास साग (pat shak benefits) माना जाता है और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में इनका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, इसके फायदे को जानें इससे पहले जान लेते हैं इसकी रेसिपी।

पटुआ साग की रेसिपी-Patua saag recipe

पटुआ साग बनाने के लिए पहले बाजार से ये साग खरीद लें जो कि गर्मियों के दिनों में आपको आराम से मिल जाएगी। फिर इस साग को धो कर रख लें। अब 2 कच्ची अमिया लें। अब साग और कच्ची अमिया को उबाल लें या कुकर में इन्हें सीटी लगा लें। अब पानी से छान कर इन दोनों को पीस लें। अब कढ़ाई में सरसों तेल गर्म कर लें। इसमें सरसों के बीज, बारीक कटी लहसुन, प्याज और मिर्च डालें। अब ये साग इसमें डाल दें और ऊपर से कुकर से निकले पानी को भी इसमें थोड़ा सा डाल लें। सबको पकाएं। 1 चम्मच दही मिलाएं। सबको मिलाएं और अब इसका सेवन करें।

पटुआ साग के फायदे-Patua saag benefits

1. यूरिक एसिड में फायदेमंद
यूरिक एसिड के मरीजों के लिए पटुआ साग खाने के कई फायदे हैं। दरअसल, ये साग आपके प्रोटीन मेटाबोलिज्म को तेज होता है और प्यूरिन पचाने में मदद करता है। जिससे शरीर में यूरिक एसिड जमा नहीं होता और ये समस्या नहीं होती।

2. नाक से खून आने पर
नाक से खून आना गर्मियों में बहुत से लोगों की समस्या बनती है। ऐसे में ये ठंडा साग जो कि आयरन से भी भरपूर है और इस समस्या को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा ये शरीर को हाइड्रेट करता है और गर्मियों की कई समस्याओं से बचाता है।

3. पेट की कई समस्याओं का इलाज
पेट की कई समस्याओं का इलाज पटुआ साग है। दरअसल, ये साग पेट को ठंडा करता है और आंतों के काम काज को तेज करता है। इसके अलावा ये शरीर में डाइजेस्टिव इंजाइम्स को दूर करता है और कई समस्याओं से बचाता है। जैसे दस्त, पेट दर्द और मतली आदि।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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