27 साल बाद पैदा हुई नन्हीं परी! इतने वर्षों तक फ्रीजर में सुरक्षित रखा था भ्रूण

Chhattisgarh Crimes

नई दिल्ली। अमेरिका में एक करिश्मा हुआ है। वहां 27 वर्षों से रखे गए एक भ्रूण से एक नन्हीं परी का जन्म हुआ है। यह बच्ची स्वस्थ है। बच्ची की मां का नाम टीना और पिता का नाम बेन गिब्सन है। अमेरिका के नेशनल एंब्रियों डोनेशन सेंटर ने दावा किया है कि इस भ्रूण ने सबसे लंबे समय तक जमे रहकर जिंदा होने का रिकॉर्ड बनाया है। गौरतलब है कि एंब्रियो सेंटर में भ्रूण को जमा देने वाले तापमान पर रखा जाता है। इससे पहले इतने लंबे समय तक किसी भ्रूण को नहीं रखा गया था।
बता दें कि बच्चा पैदा करने की आईवीएफ तकनीक खोजे जाने के बाद से गर्भाधान और जन्म के बीच यह संभवत: सबसे बड़ा अंतर है। अमेरिका में इस भ्रूण को एक परिवार ने एक संस्था को दान दिया था। इस भ्रूण से जिस महिला ने बच्ची को जन्म दिया है, वह खुद इस भ्रूण के गर्भाधान के वक्त डेढ़ साल की थी। यह बच्ची अब एमा रेन गिब्सन नाम से जानी जाएगी। एमा के भ्रूण को प्रष्ठीज करके 27 साल से सुरक्षित रखा गया था। इसी साल फरवरी में यह भ्रूण टीना गिब्सन के गर्भाशय में प्रविष्ट कराया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टीना ने कहा, आपको ये अंदाजा है कि मैं सिर्फ 29 साल की हूं? ये भ्रूण और मैं बेस्ट प्रष्ठेंड भी हो सकते थे। टीना ने कहा, मुझे बस एक बच्चा चाहिए था। मुझे परवाह नहीं कि यह विश्व रिकॉर्ड है या नहीं। राष्ट्रीय भ्रूणदान केंद्र नाम की संस्था ने यह निषेचित भ्रूण उपलब्ध कराया था। चूंकि ये भ्रूण लंबे समय तक जमा देने वाले तापमान में सुरक्षित रखे जाते हैं, इसलिए डॉक्टर उन्हें स्नो बेबीज बुलाते हैं!

अमेरिका के टेनेसी प्रांत के नॉक्सविल शहर स्थित यह संस्था दंपतियों को प्रोत्साहन देती है कि अगर वे और बच्चे नहीं चाहते तो अपने भ्रूण दान कर दें, ताकि दूसरे दंपतियों को इसका फायदा हो सके। टीना और बेन गिब्सन इस संस्था के पास पहुंचे, जहां से उन्हें यह भ्रूण मिला। सिस्टिक फायब्रोसिस नाम की बीमारी की वजह से बेन पिता नहीं बन सकते थे। एमा का गर्भाधान अक्टूबर 1992 में हुआ था। टीना अब एमा की मां हैं और 1992 में वह करीब डेढ़ साल की थी।

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