मोदी कैबिनेट ने 5G स्पेक्ट्रम नीलामी को दी मंजूरी, 4G के मुकाबले 10 गुना फास्ट होगी स्पीड

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नई दिल्ली। भारत में 5G सर्विस शुरू करने की दिशा में ठोस कदम की शुरुआत हो गई है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय कैबिनट की बैठक में 5G स्पेक्ट्रम के ऑक्शन को मंजूरी मिल गई है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद DoT (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम) 5G के लिए स्पेक्ट्रम बैंड को आवंटित कर सकेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई के अंत तक 5G स्पेक्ट्रम बैंड की नीलामी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद दो-तीन महीनों में तीनों प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां Reliance Jio, Airtel और Vodafone-idea और BSNL अपनी 5G सर्विस शुरू कर सकते हैं। यानी साल 2002 के अंत तक देश के कई शहरों में 5G सेवाएंं शुरु हो जाएंगी।

जानिए नीलामी की खास बातें

सरकार द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक, दूरसंचार विभाग 72097.85 मेगाहर्ट्ज (MHz) स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगा।
5G के लिए दूरसंचार विभाग नौ स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगी। इनमें 600MHz, 700MHz, 800MHz, 900MHz, 1800MHz, 2100MHz, 2300MHz लो-फ्रिक्वेंसी बैंड, 3300MHz मिड फ्रिक्वेंसी बैंड और 26GHz हाई फ्रिक्वेंसी बैंड शामिल हैं। दूरसंचार मंत्रालय इसी सप्ताह से इच्छुक दूरसंचार कंपनियों से आवेदन पत्र मांगेगा। इसके लिए स्पेक्ट्रम की कीमत 5 लाख करोड़ रखी गई है।

टेलीकॉम कंपनियों को राहत देते हुए सरकार ने स्पेक्ट्रम के लिए एडवांस पेमेंट की आवश्यकता को खत्म कर दिया है।
सफल बोली लगाने वाली टेलीकॉम कंपनी, 20 किश्तों में स्पेक्ट्रम की राशि का भुगतान कर सकेगी। इससे टेलीकॉम कंपनियों पर एकमुश्त राशि लगाने का बोझ खत्म हो जाएगा।

टेलीकॉम कंपनियों को 5G स्पेक्ट्रम 20 सालों के लिए आवंटित किया जाएगा। अगर टेलीकॉम कंपनी चाहे तो 10 साल के बाद स्पेक्ट्रम को सरेंडर भी कर सकती है।

5G का फायदा

5G सर्विस शुरू होने के बाद इंटरनेट की स्पीड मौजूदा 4G के मुकाबले 10 गुना फास्ट हो जाएगी। साथ ही कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। स्पेक्ट्रम की नीलामी होने के कुछ महीनों बाद टेलीकॉम कंपनियां सर्विस शुरू कर सकती हैं। Airtel, Jio और Vi ने कई शहरों में 5G सर्विस की टेस्टिंग की है। माना जा रहा है कि इन शहरों में सबसे पहले 5G सर्विस को लॉन्च किया जा सकता है।

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