रायपुर। छत्तीसगढ़ की पांचवी विधानसभा का आखिरी सत्र आज से शुरू हो रहा है जो 21 जुलाई तक चलेगा। टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम और मोहन मरकाम को मंत्री बनाए जाने के बाद सदन में बैठक व्यवस्था बदल जाएगी। सिंहदेव, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आसपास बैठेंगे जबकि मरकाम को उनकी विधायक वाली बैठक व्यवस्था से अलग मंत्रियों के बीच लाया जाएगा।
प्रेमसाय सिंह टेकाम के इस्तीफे के बाद उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा जरूर मिला है लेकिन उनकी बैठक व्यवस्था भी बदली जाएगी। जेपी विधायक विद्यारतन भसीन के निधन के बाद विपक्ष की बैठक व्यवस्था में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
3 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट लाएगी सरकार
सत्र के दौरान सरकार जहां 3 हजार करोड़ का अनुपूरक बजट लाएगी वहीं उसे अंतिम दिन विपक्ष के अविश्वास का सामना करना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक मानसून सत्र में महालेखाकार की रिपोर्ट पेश होने पर हंगामा होना तय माना जा रहा है। सदन में पहले दिन भाजपा विधायक विद्यारतन भसीन और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री भानुप्रताप सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी। उसके बाद तीन दिन सदन में हंगामे के बीच कार्यवाही चलेगी।
इस सत्र में पूछे गए 550 सवाल, मंत्री करेंगे सवालों का सामना
मानसून सत्र में विधायकों ने 550 सवाल लगाए हैं। जिसके जवाब मंत्री देंगे। सत्र में विपक्ष की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की सूचना दी जाएगी। इस पर चर्चा 21 जुलाई को आधी रात तक चलने के संकेत हैं। विधानसभा के कार्यकाल में दूसरी बार यह प्रस्ताव लाया जा रहा है, हालांकि केवल 13 विधायक होने की वजह से इसमें विपक्ष की हार तय है, फिर भी वह सरकार की खामियों और कथित घोटालों को सदन में सार्वजनिक करने का अवसर लेना चाह रहा है।
सरकार की तरफ से 2022-23 के लिए महालेखाकार की रिपोर्ट पेश किए जाने की सूचना है। विधेयकों में निजी विश्वविद्यालय स्थापना, भारतीय स्टाम्प अधिनियम संशोधन विधेयक, छत्तीसगढ़ मंडी शुल्क संशोधन और विधानसभा सदस्यता संशोधन विधेयक शामिल हैं। इसमें लाभ के दो पद संबंधी एक संशोधन का प्रस्ताव है जिसमें राज्य योजना मंडल की जगह आयोग प्रतिस्थापित किया जाना है।