रायपुर। रायपुर दौरे पर आए राहुल गांधी ने बस्तर कॉफी के स्टॉल पर पहुंचकर कॉफी का स्वाद लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी कॉफी पी। श्री गांधी ने बस्तर में हो रहे कॉफी उत्पादन के नवाचार की प्रशंसा की और कॉफी के स्वाद की भी।’ उन्होंने मुख्यमंत्री जी को अंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी ब्रांड्स (बड़ी कंपनियों) के साथ बस्तरिया कॉफ़ी का एमओयू करने का सुझाव भी दिया।
Hon. @RahulGandhi ji sips filter coffee of Jhiram's Darbha at Bastar Cafe.
Coffee plantation has been done in 20 acres land in Jhiram area of Darbha in Bastar district. #RahulWithNYAY pic.twitter.com/R2hWFdL9vM
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 3, 2022
बस्तर के दरभा ब्लॉक के दरभा, ककालगुर और डिलमिली गाँव में कॉफी की खेती की जा रही है। प्रति एकड़ में एक साल में लगभग 30 से 40 हजार रुपए का फायदा हो रहा किसानो को। अरेबिकादृसेमरेमन, चंद्रगरी, द्वार्फ, एस-8, एस-9 कॉफी रोबूस्टा- सी एक्स आर की खेती कर रहे हैं। बस्तर में जलवायु की अनुकूलता को देखते हुए 3 हजार एकड़ में कॉफी की खेती प्रारंभ की गई हैं
सांसद अतिथि राहुल गांधी ने बस्तर एकेडमी ऑफ डांस, आर्ट एवं लिटरेचर(बादल) का अवलोकन किया। राहुल गांधी जी को विजय सिंह(प्रभारी) ने बादल एकेडमी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राहुल गांधी को बताया कि बादल एकेडमी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं बस्तर जिला प्रशासन के सहयोग से स्थापित किया गया है। यहां बस्तर की लोक कला एवं संस्कृति को संरक्षित एवं संवर्धित करने का काम किया जा रहा है। इस संस्थान से बस्तर जिले के मुरिया, हल्बा, कोया, घुरवा, मुंडा, भतरा जनजाति समाज जुड़े हुए है। इस जनजाति समाज के माध्यम से लोक कला को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि आने वाले पीढ़ी इससे लाभान्वित हो सकें।