बीजापुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने अपने ही साथी की हत्या करने की बात कबूल ली है। रविवार को गंगालूर एरिया कमेटी के माओवादियों ने प्रेस नोट जारी किया है। प्रेस नोट में नक्सलियों ने कहा कि उन्होंने अपने साथी नक्सली कमांडर कमलू पुनेम को मौत की सजा दी है। वो गद्दार था। अपनी ही बहन के साथ शारीरिक संबंध रखता था। बहन के साथ भागकर पुलिस के सामने घुटने टेकने जा रहा था। जिसे जनता ने पकड़ा और जन अदालत में लाकर खड़ा कर दिया। जिसे मौत की सजा दे दी गई।
गुरुवार रात को नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर युवक-युवती की हत्या की थी। बाद में पता चला था कि दोनों की हत्या प्रेम संबंध के चलते की गई थी। दोनों के हार्डकोर नक्सली होने की बात भी सामने आई थी। अब नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर उन पर कई आरोप भी लगाए हैं।
माओवादियों ने कहा कि, कमलू पुनेम पुसनार इलाके का मिलिशिया कमांडर था। 2018 से वह पुलिस का मुखबिर बनकर काम कर रहा था। पुलिस ने कमलू को 10 हजार रुपए भी दिए थे। कमलू ने पुसनार, मेटटापाड़, बुरजी इन गांवों में पुलिस से हमला करवाया था। 29 दिसंबर को कमलू अपनी बहन के साथ आत्मसमर्पण करने जा रहा था। जिसे जनता ने पकड़ लिया। माओवादियों ने कहा कि एक महिला समेत 3 ग्रामीणों की हत्या करने का दावा यह पुलिस का षड्यंत्र है। आदिवासियों का दमन करने के लिए गोपनीय सैनिकों से अंदरूनी गांव में नेटवर्क बनाने का काम किया जा रहा है।
बस्तर IG ने यह कहा था
गुरुवार की रात जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने जिस युवक-युवती की हत्या की थी वे दोनों के हार्डकोर नक्सली होने का दावा बस्तर के IG सुंदरराज पी ने किया था। IG ने बताया था कि दोनों को माओवाद संगठन में रहते हुए प्रेम हुआ था। जो सरेंडर कर अपना घर बसाना चाहते थे। लेकिन नक्सलियों को इसकी भनक लगी और उन्होंने मिलिशिया कमांडर कमलू पुनेम एवं मिलिशिया सदस्य मंगी पुनेम को मौत की सजा दे दी।