
दंतेवाड़ा। नक्सलियों ने बीती रात किरंदुल विशाखापटनम पैसेंजर ट्रेन को अपना निशाना बनाया और डिरेल कर दिया. रेल का इंजन और एक ही बोगी डिरेल हो गई. इस पैसेंजर ट्रेन में लगभग 30 से 40 की संख्या में यात्री बैठे हुए थे. जिन्हें डीआरजी जवानों के द्वारा रात में ही रेस्क्यू कर निकाला गया है.
घटना की जानकारी मिलते ही रात में ही डीआरजी के जवान और रेलवे के कर्मचारी घटना स्थल पहुंच गए. छावनी के रूप में इलाका पूरी तरह तब्दील हो चुका है. यहां सुबह एक बोगी को रेलवे के कर्मचारियों ने सुरक्षित निकाल दिया है. साथ ही इंजन को निकलाने की भरपूर कोशिश की जा रही है.
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यदि लोको पायलट की सूझ बूझ नहीं होती तो पूरी ट्रेन सीधे 50 से 60 फीट गहरे खाई में जा गिरती. और एक बड़ा हादसा हो जाता. यहां रेलवे ट्रैक सहित पेड़ों में माओवादियों ने जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाकर 26 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया है.
नक्सलियों ने भांसी और बचेली के बीच पैसेंजर ट्रेन को रोकी थी. नक्सलियों ने ट्रेन को करीब 1 घंटे से जंगल में रोक रखा था. ट्रेन में मौजूद यात्रियों के हाथों में भारत बंद का पर्चा थमा दिया.
इससे पहले भी आज नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के कमालूर रेलवे स्टेशन में बैनर लगाया था. बैनर के जरिए 26 अप्रैल को भारत बन्द का आह्वान किया है. मोदी सरकार को जन अदालत के कटघरे में खड़े करने की बात लिखी थी. माओवादियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने बैनर लगाया था. हालांकि जावनों ने बैनर को निकाल दिया था.