गरियाबंद। जिले में ओडिशा का धान खपाने से रोकना जिला प्रशासन के लिए बहुत मुश्किल है। जिला प्रशासन ओडिसा का धान रोकने की जो तरकीब अपनाता है बिचौलिए उसका तोड़ निकाल लेते है। यही कारण है कि जिला प्रशासन की तमाम कौशिशो के बाद भी बिचौलिए अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे है।
ऐसी ही नापाक कौशिश बुधवार की रात धुरवापथरा मालीपारा के एक बिचौलिए ने की। लोबोराम ने रात के अंधेरे में 60 बोरा ओडिशा का धान लाकर अपने खेत मे डंप कर लिया।
अहम बात ये है कि लोबोराम ने ये धान 4 साइकिलों की मदद से परिवहन किया है। इससे भी अहम बात ये है इन्होंने तेल नदी पार कर इस धान को अपने खेत मे डंप किया है।
लोबोराम अपने मंसूबो में कामयाब होता उससे पहले ही अमलीपदर पुलिस के निशाने पर आ गया। प्रआर.96 नकुल सोरी, आर.580 रिजवान कुरेर्शी, 209 हरिनारायण यादव, 564 डगेशवर धुर्वे और 514 भारद्वाज देशलहरे को जैसे ही इसकी भनक लगी। तत्काल मौके पर पहुंचकर आरोपी को माल सहित दबोच लिया।
गौरतलब है कि 01 दिसम्बर से छग के साथ गरियाबंद जिले में धान खरीदी शुरू होने वाली है। ओडिसा में धान की कीमत छग के समर्थन मूल्य से कम होने के कारण बड़ी संख्या में बिचौलिए ओडिसा का धान गरियाबंद जिले में खपाने की जुगत में भीड़ गए है।
ओडिशा का धान रोकने के लिए जिला प्रशासन ने भी कड़ी तैयारी कर रखी है। ओडिसा से जोड़ने वाले सभी मार्गो पर चेकपोस्ट बनाने और उन्हें सीसीटीवी फुटेज से जोडने का निर्देश कलेक्टर दे चुके है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने भी अपने सभी स्टॉफ को भी एलर्ट किया है। खासकर ओडिसा सीमा से जुड़े सभी थानों को एक्टिव मोड़ पर रखा गया है। इससे पहले देवभोग पुलिस ने और अब अमलीपदर पुलिस ने बिचौलियों को रंगे हाथों दबोचने में सफल हासिल की है।
मामले में सबसे बड़ी समस्या स्टॉफ की है। निर्धारित स्थानों पर चेकपोस्ट बनाना, राउंड दा क्लॉक ड्यूटी लगाना, प्रशसन के लिए मुश्किल काम है। जिस मंडी बोर्ड की ये जिम्मेदारी बनती है उसके स्टाफ ही नही है। ऐसे में चेकपोस्ट कितने सफल होंगे ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। या फिर पुलिस के भरोसे ही काम निपटाया जाएगा।