रायपुर. पुराने हिस्ट्रीशीटरों के गंभीर किस्म के अपराध में संलिप्त होने के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी ने जिलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अब इसकी शुरुआत कर जिला पुलिस हार्डकोर बदमाशों पर सख्ती के मूड में है। इसी कड़ी में बड़ी शुरुआत राजधानी से पुलिस हार्डकोर अपराधियों पर रासुका का केस दर्ज करने तैयारी में है। जिले के अलग-अलग थानों से मंगाई गई हिस्ट्रीशीट के आधार पर तीन बदमाशों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत में मामला दर्ज करने कलेक्टर के पास नामों की अनुशंसा करने फाइल चली है।
एक करीबी सूत्र के मुताबिक जिले में 13 बदमाशों को जिलाबदर किया जाएगा तथा 17 को गुंडा लिस्ट में शामिल किया जाएगा। पुलिस ने दो नए बदमाशों काे निगरानियों की हिस्ट्रीशीट में शामिल किया है, जो आदतन नशेड़ी भी हैं। बदमाशों ने नशे की खुराक लेकर बहुतों को चोट पहुंचाई है। गांजा पीने से लेकर उसके कारोबार तक में संलिप्त रहे हैं। ऐसे बदमाशों की छंटनी कर अब पुलिस रिकार्ड में निगरानी खाता खोलकर बदमाशों पर सख्ती बरती जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत में पहले फेस में तीन बदमाशों के नाम ऊपर हैं। बताया जा रहा है, ये आरोपी हार्डकोर किस्म के हैं। जानलेवा हमले से लेकर नकबजनी और फिर लूटपाट के मामलों में भी इनका नाम रहा है। कलेक्टर के आदेश के बाद आरोपियों पर मामला दर्ज किया जाएगा।
नए साल से और सख्ती
कलेक्टर के पास तीस प्रकरणों में नए बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोलने प्रकरण प्रस्तुत किया जा रहा है। कलेक्टर तीन के विरुद्ध रासुका के तहत अपना फैसला सुनाएंगे। हालांकि अगर किसी तरह की आपत्ति नहीं हुई, तो इस पर फैसला जल्द से जल्द होगा। पुलिस अफसरों का कहना है, जिलाधीश के आदेशानुसार बदमाश प्रवृत्ति के लोगों पर सख्ती और तेजी से होगी। जनवरी से इसकी शुरुआत करते हुए बदमाशों पर दबाव बनाया जाएगा।
छह माह तक जमानत नहीं
रासुका के तहत कार्रवाई होने पर छह माह तक जमानत नहीं मिलेगी। आरोपियों के विरुद्ध इस अधिनियम के तहत पुलिस सख्ती से पेश आएगी। हार्डकोर आरोपी जो जिलाबदर की सूची में थे, वह भी इसके दायरे में शामिल किए