ओडिशा सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी पत्रकारों को मिले फ्रंटलाइन वारियर्स का दर्जा

कोरोना महामारी के बीच ओडिशा सरकार ने पत्रकारों को माना ‘फ्रंटलाइन कोविड वॉरियर्स’, कहा- कर रहे शानदार काम

Chhattisgarh Crimes

भुवनेश्वर। देश में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, इस वायरस के खिलाफ लड़ते हुए मेडिकल समेत कई क्षेत्रों के कोरोना वॉरियर्स ने अपनी जान गंवा दी, जिसमें कई पत्रकार भी शामिल हैं। हालांकि उन्हें अभी तक कई राज्यों की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोरोना वॉरियर का दर्जा हासिल नही है।

लेकिन इसी बीच उड़ीसा की सरकार ने एक कदम आगे बढ़ते हुए फ्रंटलाइन कोविड वारियर्स घोषित किया है। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सरकारी ऑफिस यानि सीएमओ ने यह जानकारी दी। सीएमओ ने अपने बयान में कहा कि ओडिशा के सीएम ने राज्य के कामकाजी पत्रकारों को फ्रंटलाइन कोविड वारियर्स घोषित किया। उन्होंने कहा कि काम करने वाले पत्रकार सहज समाचार, COVID से संबंधित मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने और COVID के खिलाफ युद्ध के लिए महान समर्थन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ऑफिस ने आगे कहा कि इस फैसले से राज्य के 6944 कामकाजी पत्रकारों को फायदा होगा। यहाँ यह उल्लेख किया जा सकता है कि राज्य के 6944 कार्यशील पत्रकारों को गोपबंधु संभादिका स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर किया गया है। उन्हें 2 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिल रहा है। राज्य सरकार ने पत्रकारों के परिवारों को बड़ी राहत देते हुए कहा कि इसके अलावा, ड्यूटी करने के दौरान कोविद की मृत्यु होने वाले पत्रकारों के परिजनों को 15 लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी प्रदान की जा रही है