निकाय चुनाव में कांग्रेस की एकतरफा जीत, 211 वार्डों में जीती कांग्रेस 92 वार्डों में बीजेपी

52 वार्डों में अन्य की जीत, 2 वार्डों के परिणाम आना बाकी

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्तीसगढ़ के 2 नगर निगम, 5 नगर पालिका और 6 नगर पंचायतों के चुनाव में कांग्रेस ने बंपर जीत दर्ज की है। इसमें बीरगांव नगर निगम, चरौदा नगर निगम और जामुल नगर पालिका को छोड़ सभी में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है। यानी कि अब उसका मेयर या अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाएगा। कोरिया जिले की दोनों नगर पालिका सीट बैकुंठपुर और चरचा में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है। बैकुंठपुर की 20 में से 11 सीटों और चरचा की 15 में से 8 कांग्रेस को हासिल हुई है।

बीरगांव में किसी को बहुमत नहीं

रायपुर के बीरगांव नगर निगम में कांग्रेस 2 सीट से बहुमत से चूक गई। 40 वार्डों वाले इस नगर निगम में कांग्रेस को 19 वार्डों में ही जीत मिली है। भाजपा प्रत्याशी ने 10 और JCCJ प्रत्याशियों ने 5 वार्डों में जीत हासिल की है। 6 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। यहां अब तक आए परिणामों में किसी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। वहीं वार्ड 33 में, जब निर्दलीय प्रत्याशी पुन्नी साहू के हार की खबर आई। यह खबर सुनते ही पुन्नी साहू का पति बेहोश हो गया। वह जमीन पर ही पड़ा रहा। पुन्नी साहू के पति ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है।

दुर्ग के 2 निगमों पर कांग्रेस का कब्जा, एक में सबसे बड़ी पार्टी

दुर्ग जिले के चारों नगरीय निकाय के परिणाम लगभग तय हो गए हैं। रिसाली में कांग्रेस ने 21 वार्डों में जीत दर्ज की है। भाजपा ने 12 और 7 पर निर्दलीय ने जीते हैं। यानी यहां कांग्रेस का मेयर बनना तय हो गया है। वहीं भिलाई-चरौदा के 40 वार्डो में 19 पर कांग्रेस, 13 पर भाजपा और 8 पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की है। यानी यहां मेयर बनाने के लिए निर्दलीय बड़ी भूमिका निभाएंगे। वहीं जामुल नगर पालिका पर भाजपा ने कब्जा किया। उसने 20 में से 10 वार्ड में जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस को 5, JCCJ को 1 और निर्दलीय को 4 वार्ड में जीत मिली है।

खैरागढ़ में विवाद के बाद बराबरी पर BJP-कांग्रेस

राजनांदगांव के खैरागढ़ नगर पालिका परिषद में भाजपा 10, कांग्रेस ने 9 वार्डों में जीत दर्ज की थी। जबकि एक वार्ड-4 में टाई हो गया था। दोनों प्रत्याशियों को 387-387 वोट मिले थे। इसके बाद दो बार रीकाउंटिंग कराई गई, लेकिन फिर भी नतीजा नहीं निकल सका। जब तीसरी बार काउंटिग हुई तो एक वोट से कांग्रेस प्रत्याशी को जीता घोषित कर दिया गया। इस पर भाजपाई भड़क गए। उन्होंने वहां रखी कुर्सियां तोड़ डाली और धरने पर बैठ गए हैं। आरोप है कि एसडीएम ने भाजपाइयों को बाहर निकाल, धोखाधड़ी कर कांग्रेस उम्मीदवार को जिताया है।

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