बागबाहरा। धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. खरीदी केन्द्रों में बारदाने की आपूर्ति न होने से हर दूसरे दिन खरीदी केन्द्रों में धान की खरीदी प्रभावित हो रही है. जानकारी के मुताबिक विपणन संघ समय पर खरीदी केन्द्रों में बारदाने उपलब्ध नहीं कर पा रहा है. विपणन संघ बारदाने के लिए राईस मिलर्स पर दबाव डाल रहा है. कई राईस मिलर्स तो आमानक, फटे-पुराने बारदाने सोसायटी तक भेजकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं. खराब बारदाने भेजकर समिति को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. ग्रामीण सहकारी समिति गांजर में शुरूआती दौर में चार हजार कट्टा धान की खरीदी हुई बाद में धान खरीदी क्षमता को घटाकर तीन हजार कट्टा कर दिया गया. धान खरीदी क्षमता कम करने से किसान धान नहीं बेच पा रहे हैं. बारदाने की कमी के चलते गांजर में दो दिन सोमवार और मंगलवार को खरीदी बंद हो गई.
धान की खरीदी क्षमता एवं बारदाने की कमी के चलते गांजर के किसान मंगलवार को सोसायटी में तालाबंदी कर धरने में बैठ गए. धरना दे रहे किसानों ने भूपेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तालाबंदी की खबर पाकर नायब तहसीलदार, फूडइंस्पेक्टर आरती यादव, नोडल अधिकारी एक्का, सुपरवाइजर नरेंद्र ठाकुर गांजर पहुंचकर किसानों से बात की. किसानों ने कहा कि गांजर समिति में अभी बमुश्किल से ढाई से तीन सौ किसान ही अपना 30 प्रतिशत धान बेच पाए हैं चूंकि यहां धान खरीदी क्षमता तीन हजार कट्टा तक ही रखी गई है इससे यहां किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जब प्रतिदिन तीन हजार कट्टा धान खरीदना है तो वे उतने मात्रा में भी बारदाना नहीं दिया जा रहा है ऐसे में कैसे धान बिक्री कर पाएंगे. किसानों ने गांजर में धान खरीदी क्षमता बढ़ाने तथा प्रर्याप्त मात्रा मे खाली बारदाना उपलब्ध कराने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर मुदार्बाद के नारे लगाए. उन्होने कहा कि दो दिनों से हजारों कट्टा धान तौल नहीं हो पाया है इसलिए हमें कड़कड़ाती ठंड में रतजगा करनी पड़ रही है. तालेबंदी के मौके पर कांग्रेस के नेता पदाधिकारी भी मौजूद थे.
पूर्व विधायक प्रीतम सिंह दीवान ने अधिकारियों से स्पष्ट रुप से कहा है कि बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था करें साथ ही खरीदी क्षमता तीन हजार से बढ़ाकर पांच हजार कट्टा किया जाए. उन्होने कहा कि बारदाना व्यवस्था करना विपणन संघ का काम है वे प्रतिदिन खरीदी के हिसाब से बारदाना उपलब्ध करें. तहसीलदार श्री वर्मा ने कहा कि खरीदी केन्द्रों में राईस मिलर्स अमानक बारदाना देने से बाज आएं. राईस मिलर्स अपने अमानक बारदाना खरीदी केन्द्रों से तत्काल प्रभाव से उठा लें अन्यथा उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार श्री वर्मा ने समिति के कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि राईस मिल से आ रहे सभी बारदाने की जांच पड़ताल करें और सही बारदाने को ही रखें. जिन जिन राईस मिलर्स ने फटे, अमानक बारदाने भेजे हैं उन्हें बारदाने लौटा दें यदि बारदाने लेने से इंकार करें तो अवगत कराएं.