मेरठ। अमरोहा जिले के गजरौला में 5 साल पहले हाइवे के एक होटल में देह व्यापार करने के आरोप में एयरफोर्स के रिटायर्ड फ्लाइंग आफिसर समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठने के बाद अदालत ने जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी थी। इस मामले में अब जांच के बाद सीबीसीआईडी के इंस्पेक्टर की तहरीर पर तत्कालीन डेप्युटी एसपी समेत 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक, यह मामला 2015 का है। 5 मई को गजरौला में हाइवे स्थित एक होटल पर मंडी धनौरा के तत्कालीन डेप्युटी एसपी मोहन लाल ने पुलिस पार्टी के साथ छापा मारा था। होटल मालिक के मामा एयरफोर्स से सेवानिवृत्त फ्लाइंग आफिसर थे। पुलिस ने फ्लाइंग आफिसर समेत होटल से 13 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ हाई कोर्ट का दरवाजा
इसमें कई लड़कियां भी थीं। पुलिस का दावा था कि सब देह व्यापार में संलिप्त थे। उनका चालान भी देह व्यापार के आरोप में किया था। अदालत में पेश कर जेल भिजवाया गया था। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ होटल प्रबंधन हाई कोर्ट गया और याचिका डाली।
फर्जी केस में फंसाकर उत्पीड़न करने का आरोप
मंडी धनौरा तत्कालीन डेप्युटी एसपी मोहन लाल, थाना गजरौला में तैनात तत्कालीन दारोगा विजय कुमार यादव, नीरज कुमार, आरसी वर्मा, सिपाही सुरेश कुमार, हिम्मत सिंह, कृष्णपाल सिंह, मोनू तोमर, संध्या त्यागी और रितु ढाका के खिलाफ देह व्यापार के आरोप में फर्जी केस में फंसाकर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग की गई।