चिटफंड कंपनी जीएन गोल्ड कंपनी के डायरेक्ट को पुलिस ने हरियाणा से धरदबोचा, करोडों की धोखधड़ी कर चार वर्षों से था फरार

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। रकम डबल करने का झांसा दे कर बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ के लोगों से करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी करने वाले जीएन गोल्ड कंपनी के फरार डायरेक्टर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी 4 वर्षो से फरार चल रहा था, जिसे बिलासपुर पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है।

दरसअल, जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी ने 6 वर्षो में रकम दुगनी करने का झांसा दे कर बिलासपुर के सैकड़ो लोगो से लगभग 5 करोड़ रुपये जमा करवाये थे। पर 6 वर्ष पूरा होने से पहले ही रकम समेट कर व कम्पनी का आफिस बन्द कर फरार हो गए। इस मामले में प्रार्थिया बुधवारिया बाई पैकरा ने थाना रतनपुर में 19 अप्रैल 17 को एवम थाना बिल्हा में प्रार्थी पुदन सिंग राजपूत ने रिपोर्ट लिखवाई थी कि जीएन गोल्ड कम्पनी के संचालक सतनाम सिंग रंधावा,शैलेन्द्र गोस्वामी,देवेश बजाज,अवधराम साहू ब नरेंद्र सिंग तथा अन्य डायरेक्टरों ने मिलकर 6 वर्षो में रकम दोगुनी करने का लालच दे कर 5 सालों में 60,000 तथा अन्य लोगो से भी करोड़ो रूपये जमा करवा के बदले में बांड भी दिया है।

लेकिन जब पैसा वापसी का समय आया तो ऑफिस में ताला लगाकर सभी डायरेक्टर फरार हो गए हैं। अपराध दर्ज कर पुलिस ने विवेचना करते हुए डायरेक्टर सतनाम सिंग रंधावा,एवम देवेश बजाज को गिरफ्तार कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। फरार आरोपी शैलेन्द्र गिरी गोस्वामी की सम्पति धमतरी में होने का पता बिलासपुर पुलिस को चला था जिसे कुर्क करने के लिये धमतरी कलेक्टर से भी पत्राचार पुलिस अधीक्षक दीपक झा के निर्देशानुसार चिटफंड मामलो के नोडल अधिकारी रोहित झा कर रहे हैं ।

रतनपुर में अपराध क्रमांक 110/17 व बिल्हा में अपराध क्रमांक 210/17 में आरोपी सतनाम सिंग रंधावा व देवेश बजाज को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया था व अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही थी।

छतीसगढ़ शासन के मंशानुरूप चिटफंड निक्षेपको का संरक्षण अधिनियम के तहत चिटफंड के आरोपियो की गिरफ्तारी व रकम वापसी की राज्यसरकार की प्राथमिकता को देखते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने चिटफंड के नोडल अधिकारी रोहित झा को निर्देश दे कर कम्पनी की केश डिटेल निकलवाई। नोडल अधिकारी एडिशनल एसपी ग्रामीण ने जब समीक्षा की तो पता चला कि कम्पनी के विरुद्ध जिले के रतनपुर,बिल्हा,के अलावा कोटा,तखतपुर,सरकण्डा,मस्तूरी,कोटा,बिल्हा व तोरवा थाने में ही 7 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों धमतरी,कोरबा,सूरजपुर,रायपुर, दुर्ग,बेमेतरा में भी 9 मामले दर्ज है। कम्पनी ने पूरे राज्य में लगभग 5 करोड़ की ठगी की है।

कम्पनी के फरार डायरेक्टर नरेंद्र सिंग की तलाश करने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार रतनपुर,व बिल्हा पुलिस की सँयुक्त टीम बाहर भेजी गई थी। टीम ने दिल्ली में तलाश करने के उपरांत आरोपी नरेंद्र सिंग पिता जशवंत सिंग उम्र 57 वर्ष के हरियाणा में होने का पता चलने पर हरियाणा के जिला फतेहाबाद में धमकोरा रोड, टोहाना शहर से 28 नवम्बर को गिरफ्तार किया। तथा 29 नवम्बर को हरियाणा की अदालत से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर बिलसपुर ले कर पहुँची। जहां उसे विशेष कोर्ट बिलासपुर में पेश किया गया है।