दुर्ग। जिले में हुए लूट मामले में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई है। इस मामले में आरोपी कोई और नहीं बल्कि वह शख्स निकला जो पीड़ित का ड्राइवर था। ड्राइवर अपने मालिक से परेशान था। इसलिए उसने सबक सिखाने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर उसे लूटने का प्लान बना लिया। इसके बाद मौका मिलते ही उसके साथियों ने लूट की इस वारदात को अंजाम दे दिया। मामला पाटन थाना क्षेत्र का है।
इस केस में रायपुर के सुंदरनगर इलाके के रहने वाले किशन लाल चंद्राकर (62) ने पाटन थाने में केस दर्ज कराया था। उसने बताया कि वह 7 मई को अपने ड्राइवर विजेंद्र चक्रधारी के साथ पाटन क्षेत्र से करीब 2 लाख रुपए कैश लेकर वापस रायपुर की तरफ आ रहा था। इस बीच आईटीआई कॉलेज के सामने नाला के पास मेरे ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी और फ्रैश होने चला गया था।
किशन लाल ने बताया कि वह जैसे ही फ्रैश होने गया। उसी दौरान 3 बदमाश आए और उससे पैसों से भरा बैग छीनकर भाग गए थे। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के लिए पुलिस ने सबसे पहले आस-पास लगे करीब 25 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जांच के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले पीड़ित के ड्राइवर विजेंद्र को हिरासत में लिया था।
विजेंद्र को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। पूछताछ में विजेंद्र ने बताया कि मैं अपने मालिक से परेशान था। इसलिए उसने सबक सिखाने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर पूरा प्लान बनाया। बाद में पूरी वारदात को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने विजेंद्र के अलावा हेमंत, यशवंत और नरेश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को पूरे मामले का खुलासा किया है।