दीपक बैज ने कहा कि बरबसपुर में तीन लोगों को ढाई एकड़ में भंडारण की अनुमति मिला है लेकिन यहां करीब 100 एकड़ में अवैध रूप से 62 हजार घन मीटर रेत डंप किया गया है, बावजूद इसके प्रशासन अभी भी सोई हुई है, हमें लगता है कि इस वक्त हम सब छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि राजस्थान में है यह चारों तरफ रेत का पहाड़ बना दिया गया है।
बैज ने रेत माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने प्रदेश में रेत माफिया की बढ़ती घटनाओं का जिक्र किया। कहा कि राजनांदगांव में मध्य प्रदेश से आए माफिया गोलीबारी, धमतरी में चाकूबाजी, गरियाबंद में पत्रकारों पर हमला कर रहे है। बैज ने रेत माफिया के संरक्षण को लेकर भी सरकार से जवाब मांगा।
बैज बोले- सरकार है या फिर जंगल राज चल रहा
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में सरकार है या फिर जंगल राज चल रहा है। तीन-चार महीने से रेत का भंडारण हो रहा है, लेकिन विभाग इससे बेखबर है। इसके लिए जिम्मेदार कौन है? महासमुंद में अवैध खनन जिस तरह से हो रहा है वैसे ही धमतरी, राजनांदगांव समेत प्रदेश की अन्य जिलों में खुलेआम खनिज माफियाओं का राज है।
सरकार को ठहराया जिम्मेदार
रेत माफिया सरकार के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रही है और कहीं ना कहीं इसके लिए सरकार पूरी तरह इसके लिए जिम्मेदार है। लेकिन सरकार को ऐसे भ्रष्टाचार और रेत माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
बैज दोपहर 2:30 बजे नेशनल हाईवे 53 पर स्थित ग्राम पंचायत घोड़ारी पहुंचे। यहां पूर्व संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर सहित कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। महानदी तट पर पहुंचकर बैज ने सहायक खनिज अधिकारी देवेन्द्र साहू से कार्रवाई की जानकारी ली।
बता दें कि एक दिन पहले जिला प्रशासन ने बरबसपुर में 14 शासकीय भूमि और 43 निजी भूमि पर अवैध रूप से रेत डंपिंग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 2 करोड़ 18 लाख का 62 हजार घन मीटर रेत जब्त कर जमीन मालिकों को नोटिस जारी कर 16 भंडारण अनुज्ञा में से 7 लोगों का अनुज्ञा निरस्त कर दिया।