छत्तीसगढ़ के 17 आईपीएस अफसरों को दी गई पदोन्नति

गृह विभाग ने शनिवार को अफसरों के पदोन्नति आदेश जारी किए

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। राज्य सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के 17 अधिकारियों को पदोन्नत किया है। पदोन्नति 13-14 साल की सेवा पूरी होने के बाद की गई है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर प्रदेश के बाहर तैनात तीन अफसरों को प्रोफार्मा पदोन्नति दी गई है। गृह विभाग की ओर से शनिवार को जारी आदेश से 2003 बैच के पांच आईपीएस अधिकारियों को पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है।

इनमें बस्तर रेंज के प्रभारी आईजी सुंदरराज पी, बिलासपुर के प्रभारी आईजी रतनलाल डांगी, दुर्ग के प्रभारी आईजी ओपी पॉल, पुलिस मुख्यालय में आईजी एससी द्विवेदी और आईजी आरपी साय शामिल हैं। प्रभारी आईजी की जिम्मेदारी संभाल रहे तीनों अफसर अब वहां आईजी के रूप में पदस्थ रहेंगे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात 2007 बैच के आईपीएस अभिषेक शांडिल्य और रामगोपाल गर्ग को प्रोफार्मा प्रमोशन देकर उप पुलिस महानिरीक्षक बना दिया है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गईं 2008 बैच की आईपीएस नीथू कमल को भी प्रोफार्मा पदोन्नति दी गई है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने पर उन्हें पद दिया जाएगा, लेकिन वेतन वृद्धि लागू हो जाएगी।

चार अफसर डीआईजी बनाए गए

गृह विभाग ने 2007 बैच के चार अफसरों को पदोन्नति देकर डीआईजी बना दिया है। इसमें बस्तर के एसपी जीतेंद्र सिंह मीणा, बिलासपुर के एसपी दीपक कुमार झा, सीएएफ की 19वीं बटालियन जगदलपुर के सेनानी डीके गर्ग और कांकेर के प्रभारी एसपी बालाजी राव सोमावार का नाम शामिल हैं।

पांच अफसरों का ग्रेड बढ़ाया गया

2008 बैच के पांच आईपीएस अफसरों का वेतन ग्रेड बढ़ाया गया है। 13 साल की सर्विस पूरा करने पर ऐसा किया गया है। इसमें गरियाबंद की एसपी पारुल माथुर, रायपुर के एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल, पुलिस मुख्यालय में एआईजी मिलना कुर्रे, बीजापुर के एसपी कमलोचन कश्यप, बिलासपुर स्थित सीएएफ की 2सरी बटालियन के सेनानी केएल ध्रुव का नाम शामिल है।

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