पाइल्स रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं है मूली, जानें जल्द राहत के लिए कैसे करें इस्तेमाल

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आपने आज तक मूली का इस्तेमाल उसके पराठे बनाने या फिर सलाद काटकर खाने के लिए तो कई बार किया होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं मूली सिर्फ आपके मुंह का जायका ही नहीं बल्कि आपके कई रोग दूर करने में भी मदद करती है। जी हां, ऐसे ही एक रोग का नाम है पाइल्स। जी हां, मूली का उपयोग सही तरह से करने से आप पाइल्स जैसी समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। पाइल्स एक ऐसी पीड़ादायक बीमारी है जिसमें शरीर के विशेष हिस्से में हर समय दर्द और जलन बनी रहती है।

अगर यह रोग एक बार बिगड़ जाए तो व्यक्ति को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आयुर्वेद में पाइल्स के मरीजों को अक्सर मूली खाने की सलाह दी जाती है। मूली में रापिनिन, ग्लूकोसाइलिनेट्स और विटामिन-सी जैसे मेटाबोलाइट्स होते हैं, जो बवासीर की वजह से होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

मूली में वाष्पशील तेल पाया जाता है, जो एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरा हुआ होता है। इससे सूजन कम होती है और बवासीर में खुजली और दर्द से राहत पाने में मदद भी मिलती है। तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं कैसे मूली का उपयोग करके पाइस की समस्या को दूर किया जा सकता है।

पाइल्‍स से छुटकारा पाने के लिए ऐसे करें मूली का इस्तेमाल-
मूली और शहद-
रोजाना कच्ची मूली खाने से फायदा मिलेगा। इसके अलावा 100 ग्राम मूली को घिस कर उसमें 1 चम्‍मच शहद मिलाकर दिन में 2 बार इसका सेवन करें। आप चाहें तो पाइल्स के मरीज को मूली का रस भी पिला सकते हैं।

पेस्ट की तरह लगाएं-
मूली का पेस्‍ट बना कर उसमें थोड़ा दूध मिलाएं। इस पेस्‍ट को संक्रमित जगह पर लगाएं। इससे पाइल्स का दर्द और सूजन दोनों कम होंगे।

मूली का रस-
मूली का रस निकालकर उसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर पी सकते हैं। आपको इससे उतना ही लाभ मिलेगा, जितना कि साबुत मूली खाने पर मिलता है।

मूली की पत्त‍ियां-
मूली की पत्त‍ियों को छाया में सुखाकर उसका चूर्ण बना सकते हैं। एक महीने के नियमित सेवन से आपको फर्क नजर आने लगेगा।

मूली का पाउडर
आप चाहे तो पाइल्स की समस्या होने पर बाजार में आसानी ये उपलब्ध हो जाने वाले मूली के पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

पाइल्‍स रोगियों को रखना चाहिए इन बातों का ध्यान-

-तला हुआ, भारी, मसालेदार, खट्टे और गर्मी पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें।
-बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए।
-लंबे समय तक खड़े होने और बैठने की स्थिति से बचें।
-भारी वजन उठाने से बचें।
-बवासीर से राहत पाने के लिए मूली को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
-बवासीर से राहत पाने के लिए खाने में आयुर्वेद के नियमों का पालन करें।
– सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
-शारीरिक गतिविधियां जैसे योग, नृत्य, वॉक, रस्सी कूद इत्यादि को अपने लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।