रायपुर में 3 साल की बच्ची से रेप
जब मां-बाप की नींद खुली तो वे बाहर निकले। तभी बच्ची रोते हुए दिखी, बच्ची के कपड़े भी खराब थे। मामला मोवा-पंडरी थाना इलाके का है। पुलिस ने नाबालिग आरोपी को पकड़ लिया है।
वहीं NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में हर 5 घंटे में एक नाबालिग से रेप हो रहा है। रेप के 10 में से 9 केस में रिश्तेदार, जान-पहचान वाले या करीबी ही आरोपी निकले हैं। इसके अलावा रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत 5 जिले बच्चियों के लिए अनसेफ हैं।लोगों ने ही नाबालिग को पकड़ा
बताया जा रहा है कि, स्थानीय लोगों ने ही नाबालिग आरोपी को पकड़ा है। मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उसे पुलिस के हवाले किया गया। लोगों का आरोप है कि, थाना प्रभारी को फोन लगाने की कोशिश की गई। इस दौरान उनका नंबर बंद बताने लगा। साथ ही कहा जा रहा है कि, परिजन का बयान लेने के बाद भी बच्ची को अस्पताल में परेशान किया जा रहा है।छत्तीसगढ़ में हर 5 घंटे में एक नाबालिग से रेप
NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में हर 5 घंटे में एक नाबालिग से रेप हो रहा है। रेप के 10 में से 9 केस में रिश्तेदार, जान-पहचान वाले या करीबी ही आरोपी निकले हैं। इसके अलावा रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत 5 जिले बच्चियों के लिए अनसेफ हैं।
37 करोड़ से ज्यादा महिलाएं 18 की उम्र से पहले यौन हिंसा का शिकार हुईं
बढ़ रहे यौन हिंसा के आंकड़ों पर हमने छत्तीसगढ़ में यूनिसेफ की चाइल्ड प्रोटेक्शन स्पेशलिस्ट चेतना देसाई से बात की। देसाई ने यूनिसेफ की ही एक ग्लोबल रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि विश्व की 37 करोड़ से अधिक महिलाओं ने 18 साल से पहले यौन हिंसा का अनुभव किया है।
केयर टेकर्स और पेरेंट्स काे अवेयर रहने की जरूरत
देसाई बताती हैं कि यौन हिंसा के इन मामलों 80% से ज्यादा बच्चे को जानने वाले होते हैं। इस तरह के मामलों को रोकने के लिए जरूरी है कि पेरेंट्स और केयर टेकर्स को अवेयर करने की जरूरत है। पेरेंट्स को बच्चों के बदलते हुए स्वभाव को इग्नोर नहीं करना चाहिए। अचानक आए बदलाव पर उनसे बात करना चाहिए।हर साल लगभग 1600 बच्चियों से रेप, 5 साल में डेढ़ गुना बढ़े मामले
NCRB के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 साल में छत्तीसगढ़ में बच्चियों से रेप के मामले डेढ़ गुना बढ़े हैं। इस कैलकुलेशन को और सिंपलीफाई किया जाए तो पिछले 5 साल में बच्चियों से रेप का प्रतिशत 50 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
साल 2019 में प्रदेश में पॉक्सो के 2027 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें रेप के मामलों की संख्या 1,377 थी, जो साल 2022 में बढ़कर 2,368 हो गए। इनमें रेप के मामले 1809 हैं।