महासमुंद। केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान, कृषि और आम उपभोक्ता विरोधी कानून को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन दस महीना पूरा होने जा रहा है। जिसमें 650 से अधिक किसानों ने अपनी कुर्बानी दिया है। तीनों कृषि कानून को रद्द करने, सभी कृषि फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी की गारंटी कानून बनाने की मांग को लेकर 28 सितंबर 2021को कृषि उपज मण्डी राजिम में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत, डॉ दर्शन पाल सिंह, योगेंद्र यादव, डॉ सुनीलम, मेधा पाटकर, बलबीर सिंह राजेवाल, बलदेव सिंह सिरसा, सत्यवान सहित प्रमुख आंदोलनकारी शामिल होंगे।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए किसान महापंचायत आयोजन कमेटी के संयोजक तेजराम विद्रोही ने बताया कि 28 सितंबर को कृषि उपज मंडी राजिम में होने वाली राज्य स्तरीय किसान महापंचायत की तैयारी पूरे राज्य में जारी है। तैयारी की समीक्षा बैठक मंडी प्रांगण राजिम में रखी गई थी, जिसकी अध्यक्षता पारसनाथ साहू ने किया। समीक्षा बैठक में प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे छत्तीसगढ़ से तीस से पचास हजार किसानों की शामिल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसके लिए भोजन व्यवस्था, मंच व्यवस्था, पार्किंग, ट्रैफिक, मेहमानों को लाने ले जाने रुकवाने आदि की जिम्मेदारी बांटी गई है। साथ ही अन्य बुनियादी व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई। साथ ही एक मेडिकल कैंप लगाने के लिए चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजिम को पत्र दिया गया है।
कार्यक्रम में खर्च होने वाली धन राशि के लिए आयोजक कमेटी छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ की ओर से बैंक खाता संख्या 6722101000600 फोन पे नंबर 8959666036 के साथ साथ 20 रू 50रू 100 रू 500 रू और 1000 रुपए का कूपन बनाया गया है। जो संयोजक के माध्यम से जारी किया जा रहा है। जिसमें आम जनता से सहयोग लिया जा रहा है। इसलिए किसान महापंचायत के लिए आर्थिक सहयोग करने वालों से अपील किया गया है कि आयोजक कमेटी द्वारा जारी कूपन अथवा बैंक खाता व फोन पे से ही अपना सहयोग राशि प्रदान करें।
बैठक में ठाकुर रामगुलम सिंह, वेगेन्द्र सोनबर, जागेश्वर जुगनू चंद्राकर, मदन लाल साहू, रघुनंदन साहू, उमाप्रकाश ओझा, गौतम बंधोपाध्याय, शत्रुघन साहू, विश्वजीत हारोड़े, रिंकू रंधावा, पालविंदर सिंह पन्नू, टिकेश्वर साहू, हेमंत टंडन, गजेंद्र कोसले, झनकराम आवडे, लखबीर सिंह, ललित कुमार, रामजी खिलवारे, धनेश्वरी डांडे, गोविंद चंद्राकर, नरेंद्र वर्मा, रामबिसाल साहू, उत्तम कुमार आदि उपस्थित थे।